- छह सौ किलोमीटर नई पाइपलाइन बिछाने को मंत्रालय की मिली मंजूरी

- यूपी जलनिगम की गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई कराएगी काम

VARANASI

पुरानी काशी (सिस वरुणा एरिया) की जर्जर सीवर को लाइफलाइन देने की कवायद शुरू हो गयी है। वर्षो पुरानी पाइपलाइनों की जगह छह सौ किलोमीटर नई पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इससे शहर में सीवेज निकासी की समस्या खत्म हो जाएगी। यूपी जलनिगम की गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई को केन्द्रीय नदी विकास व गंगा संरक्षण मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। करीब एक हजार करोड़ की लागत से सीवर लाइनों को बदला जाएगा। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने मोहल्लों का सर्वे करने के बाद इसकी कार्ययोजना बनाकर भेज दी है। पहले चरण में वरुणा से सटे एरिया, दूसरे में लहरतारा व आसपास के इलाके और तीसरे चरण में लंका व आसपास के एरिया में काम शुरू होगा।

मरम्मत के बाद भी समस्या

पुरानी काशी में बिछी सीवर लाइनें पांच दशक से ज्यादा पुरानी हैं। पक्का महाल और उसके आसपास एरिया में सीवर लाइनें तो सैकड़ों वर्ष पुरानी हैं। इससे आए दिन सीवर लाइनें कहीं न कहीं क्षतिग्रस्त रहती हैं। रही सही कसर आईपीडीएस, गेल व निजी कम्पनियों की खोदाई ने पूरी कर दी है। सीवर क्षतिग्रस्त होने से जलनिकासी व्यवस्था ठप हो जाती है और गंदा पानी सड़कों पर बहता है। जलकल के कर्मचारी मौके पर जाकर सीवर लाइनों को दुरुस्त करते हैं। लेकिन मरम्मत के बावजूद भी आए दिन सीवेज व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है।

फस्टर् फेज में तीन शहर

केन्द्रीय नदी विकास एवं गंगा कायाकल्प मंत्रालय ने फुल सीवेज सॉल्यूशन सिस्टम के तहत फ‌र्स्ट फेज में वाराणसी, इलाहाबाद और कानपुर का चयन किया है। यानी, तीनों शहरों में पूरी तरह से नई सीवेज व्यवस्था होगी। कानपुर और इलाहाबाद में काम शुरू भी हो चुका है। वाराणसी में फिलहाल ट्रांस वरुणा एरिया में ब्रांच सीवर लाइन बिछाने और हाउसहोल्ड कनेक्शन देने का काम चल रहा है।

तय समय में कैसे होगा काम?

जलनिगम की गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ट्रांस वरुणा एरिया में 142 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाकर हाउसहोल्ड कनेक्शन दे रही है। मेन लाइन तो बिछ गई। लेकिन अभी 40 किलोमीटर ब्रांच लाइन बिछाने के लिए शासन से अतिरिक्त 50 करोड़ रुपये की मांग की गई है। यही नहीं, 30 जून तक 50260 हाउसहोल्ड सीवर कनेक्शन देने का टारगेट है। लेकिन अभी तक करीब 20 हजार कनेक्शन ही दिए गए हैं। ऐसे में ट्रांस वरुणा एरिया में तय समय में काम खत्म होने में संशय है।

एक नजर

- 600 किमी बिछेगी नई सीवरलाइन

- 1 हजार करोड़ आएगी लागत

- 3 फेज में बिछेंगी सीवर लाइनें

- 142 किमी सीवर लाइन ट्रांस वरुणा में

नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय के अफसरों के साथ नई दिल्ली में हुई बैठक में शहर में नई सीवर लाइन बिछाने के प्लान को मंजूरी मिल गई है। शासन से धन मिलते ही टेंडर कराकर काम शुरू किया जाएगा।

एसके राय, जीएम, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई

Posted By: Inextlive