- इलेक्शन करीब, अपनाने लगे हथकंडे

- अफसरों- कर्मचारियों के लिए चुनौती बने नेता

GORAKHPUR: लोकसभा इलेक्शन करीब आते ही वोटर्स को लुभाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। इसको लेकर प्रशासन भी कमर कसकर तैयार हो चुका है। इलेक्शन में आदर्श चुनाव आचार संहिता का पालन कराने के लिए सभी अधिकारियों- कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। लेकिन इस बार चुनाव में वोटर्स को लुभाने के नये हथकंडों को लेकर उनकी परेशानी कम नहीं हो रही है।

मोबाइल रिचार्ज कराएं या और क्या करें

इलेक्शन में साड़ी बांटने, जेवर बांटने और रुपए बांटने की परंपरा खूब रही है। लेकिन हाईटेक होते जमाने में नेता और उनके समर्थक वोटर्स को लुभाने के लिए नये हथकंडे अपना रहे हैं। हाल में अफसरों की मीटिंग में यह बात सामने आई नेताओं के समर्थक वोटर्स के मोबाइल रिचार्ज करा रहे हैं। इसको लेकर यह सवाल खड़ा हुआ कि आखिर इस पर कैसे लगाम कसेंगे।

घरों से निकले वोटों के ठेकेदार

गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के एक प्रत्याशी के समर्थक ने बताया कि जैसे- जैसे पोलिंग की डेट करीब आ रही है। वैसे- वैसे वोट के नाम पर ब्लैकमेल करने वालों की तादाद बढ़ रही है। अपने पास मौजूद वोटों की संख्या बताकर वे लोग उसकी कीमत मांग रहे हैं। संडे को शास्त्री चौराहे पर बांसगांव के एक प्रत्याशी के समर्थक को देखकर एक व्यक्ति ने अपने कब्जे में ब्0 होने की बात कही। उसने कि यदि प्रत्याशी एक लाख रुपए दे दें तो वह ब्0 वोट उनके प्रत्याशी को दिलवा देगा। वरना ये वोट किसी अन्य को दिलवा देगा। उसकी बात सुनकर प्रत्याशी समर्थक को सांप सूंघ गया।

क्या हथकंडे अपनाते हैं प्रत्याशी, समर्थक

इलेक्शन में वोटर्स को लुभाने के लिए साड़ी बांटने, जेवर देने, शादी और बीमारी में मदद देने, सहभोज कराने, लोगों के बीच शराब बांटने के तरीके पुराने हो चुके हैं। लेकिन इस बार मोबाइल रिचार्ज कराने, कार और बाइक में पेट्रोल भराने, सिलेंडर दिलाने, नर्सिग होम में इलाज कराने, किसी तरह के सामान खरीदने पर छूट दिलाने जैसे आश्वासन कार्यकर्ता दे रहे हैं।

इलेक्शन कमीशन के निर्देश पर हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। नये तरीके से प्रलोभन दिए जाने की बात सामने आई है। सूचना मिलने पर मौके पर जांच की जाएगी। किसी भी रंगे हाथ पकड़े जाने पर मजिस्ट्रेट कार्रवाई करेंगे। इसके लिए पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।

गौरव वर्मा, उप जिला निर्वाचन अधिकारी

Posted By: Inextlive