60 में केला और 150 में बिका सेब
-त्योहार पर महंगे फलों ने तोड़ी कमर, अक्टूबर तक नहीं मिलेगी राहत
-60 फीसदी तक कम हुई आवक, बाढ़ के चलते देशभर में खराब हुई फसलें PRAYAGRAJ: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर बाजार में केला और सेब महंगे दामों पर बिके। इनकी कीमत अन्य दिनों की अपेक्षा थोड़ी ज्यादा रही। आढ़तियों के मुताबिक दीपावली तक फलों के दामों में राहत की उम्मीद करना बेमानी होगी। बताया जा रहा है कि इसके पीछे बाढ़ के साथ-साथ कश्मीर के हालात भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं। खराब पैदावार ने बिगाड़ा स्वादइस बार हिमाचल में सेब की पैदावार अच्छी होने के बावजूद इसकी कीमत 100 से लेकर 200 रुपए प्रतिकिलो तक बनी हुई है। एक्सपर्ट बताते हैं कि फसल की क्वांटिटी तो बेहतर है लेकिन क्वॉलिटी अच्छी नहीं। यही कारण है कि दोयम दर्जे के सेब की कीमत 140 रुपए तक रखी गई है। वही मोम से पॉलिश्ड सेब के दाम 200 रुपए तक हैं। आढ़ती कहते हैं कि एक माह बाद कश्मीर की फसल आनी थी। लेकिन वहां के हालात देखते हुए इस बार आवक भी प्रभावित हो सकती है। इससे महंगाई बने रहने के आसार हैं।
केले की आवक में भी आई कमीइस साल केले की पैदावार भी 60 फीसदी तक घटी है। प्रयागराज में कौशांबी और बिहार से केला आता है लेकिन वहां पर अधिक बारिश और बाढ़ की वजह से यह किल्लत हो गई है। आढ़तियों का कहना है कि जहां रोजाना 50 टन माल आता था वह अब 10 टन ही आ रहा है। वर्तमान में बंगाल के नादिया जिले से आने वाला केला महंगा पड़ा रहा है। इसकी वजह से उसकी कीमत बढ़कर 60 रुपए प्रति दर्जन जा पहुंची है।
आसमान छू रहा अनार का दाम सबसे ज्यादा महंगाई अनार में दिख रही है। पिछले साल 50 से 60 रुपए में बिकने वाला अनार इस बार 100 से 120 रुपए प्रतिकिलो के रेट से बेचा जा रहा है। महाराष्ट्र में भीषण बाढ़ से अनार की फसल खराब हुई है। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। बॉक्स एक के बाद एक हैं त्योहारफलों की कीमत में अक्टूबर तक राहत नहीं मिलेगी। सावन से शुरू हुआ फलों की बिक्री का सीजन अब दिवाली तक कंटीन्यू चलेगा। आवक कम होने और फलों की डिमांड अधिक होने से लोगों को त्योहारों के बीच आर्थिक रूप से राहत कम मिलेगी। आढ़तियों का कहना है कि इस साल फल वही खा पाएगा जिसकी जेब में पर्याप्त पैसे होंगे। आम आदमी की पहुंचे से इस बार फल दूर ही रहेंगे।
वर्जन सीजन में सेब, केला और अनार की सर्वाधिक डिमांड होती है। तीनों फलों के दाम डेढ़ से दो गुने तक इस साल महंगे हैं। आवक कम होने के वजह से दीपावली तक महंगे फल ही खाने को मिलेंगे। इनके अलावा बाकी फलों में भी राहत के आसार नहीं हैं क्योंकि उनका ट्रांसपोर्टेशन काफी महंगा है। -बच्चा यादव महामंत्री, मुंडेरा मंडी फल-सब्जी व्यापार मंडल इस बार फलों के दाम बहुत अधिक हैं। केला, सेब जैसे फलों की कीमत में तो जैसे आग लग गई है। दुकानदार कहतेहैं कि उनको महंगा फल मिल रहा है। इस वजह से वह इसे ऊंचे दाम पर बेच रहे हैं। इससे पब्लिक की जेब ढीली हो रही है। -रोहित सिंह, ग्राहक त्योहार आने पर फलों की कीमत अधिक हो गई है। वैसे भी शुरुआत से फल महंगा बिक रहा है। लगता है इस साल सस्ता फल बिकेगा ही नहीं बता रहे हैं कि फलों की आवक पर बाढ़ अधिक प्रभाव पड़ा है। -दीपक कुमार, ग्राहक