-घरों से सामान निकालने के लिए नाव खोज रहे हैं लोग

-जिम्मेदारों का नही उठता फोन, भटक रही है जनता

PRAYAGRAJ: बाढ़ के दस्तक देते ही डूब क्षेत्रों में नाव की मांग बढ़ गई है। लोग प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए नंबरों पर फोन करके हाय-तौबा मचा रहे हैं। कुछ लोग पैसे देकर प्राइवेट नाव का इस्तेमाल कर रहे हैं। नाव नहीं मिलने से लोगों की हजारों-लाखों की गृहस्थी भी पानी में फंसी हुई है।

सुबह से शाम तक करते रहे इंतजार

राजापुर के रहने वाले प्रकाश कहते हैं कि घर के आसपास पानी भर जाने के बावजूद वह घर छोड़कर बाहर नहीं जा पा रहे हैं। उनको कुछ कीमती सामान शेल्टर तक साथ ले जाना है लेकिन इसे बिना नाव नहीं ढोया जा सकता है। फिलहाल उन्हें नाव का इंतजार है। इसी तरह राजापुर कछार के बिहारी को भी नाव नहीं मिली है। कहते हैं कि घर में किसी जिम्मेदार व्यक्ति के नहीं होने से उनकी गृहस्थी फंसी हुई है।

कागजों पर 2000, मोर्चे पर 12

आपरा राहत विभाग के आंकड़ों में सदर तहसील के अंतर्गत दो हजार नाव उपलब्ध है। लेकिन मोर्चे पर सिर्फ 12 नाव ही मौजूद हैं। इनमें से दारागंज में 4, बघाड़ा और राजापुर में 4-4 और बेली गांव में एक नाव लगाई गई है। इनके जरिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।

बॉक्स

पैसे हैं तो मिल जाएगी नाव

जिन लोगों के पास पैसा है उनको आसानी से नाव उपलब्ध हो रही है। यह लोग प्राइवेट नाव यूज कर रहे हैं। हालांकि कुछ लोगों की शिकायत है कि सरकारी नाव का भी कुछ लोग मिसयूज कर रहे हैं। नाव की सुविधा लेने के लिए लोगों को लेखपाल को फोन लगाकर सहायता मांगनी पड़ रही है। नाव उनके अंडर में ही प्रदान की गई हैं।

नाव चाहिए तो यहां करिए फोन

कंट्रोल रूम

0532- 2641577

0532- 2641578

कॉलिंग

फैमिली लेकर यहां आए हैं। काफी सामान घर पर छूटा है। अगर नाव मिल जाए तो उसे भी ढोकर लाया जा सकता है। लेकिन नाव की व्यवस्था नहीं हो पा रही।

-मो। जफर

नाव की डिमांड बहुत ज्यादा है। आसानी से लोगों को उपलब्ध नहीं हो रही है। इसके लिए लेखपाल को फोन करना पड़ रहा है। संपर्क नहीं हो पाने से नाव नहीं मिल पाती है।

-फिरोज खान

नाव की संख्या में बढ़ोतरी की जानी चाहिए। क्योंकि डूब क्षेत्र काफी बड़ा है और हजारों लोगों को सहायता की जरूरत है। इसलिए अधिक नाव रहेंगी तो सभी को सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

-मो। शरीफ

वर्जन

नाव पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं। जिनको चाहिए वह लेखपाल से बातचीत कर लें। अगर संपर्क नही हो पा रहा है तो कंट्रोल रूम फोन लगाकर सूचित कर दें। फिर भी सुनवाई नही हो रही तो प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

-एसडीएम सदर

Posted By: Inextlive