एनएचएम कर्मचारियों के हड़ताल के दूसरे दिन बाधित रहा कामकाज

शुक्रवार को करेंगे सीएमओ का घेराव, ब्लॉकों की ओपीडी में लगा रहा ताला

ALLAHABAD: नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों की हड़ताल के दूसरे दिन स्वास्थ्य सेवाओं के हालात अधिक नाजुक रहे। खासकर ब्लॉकों में चार हजार मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ा। अधिकतर जगहों पर ओपीडी बाधित होने से मरीजों को दूसरे हेल्थ सेंटर्स का सहारा लेना पड़ा। वहीं, कर्मचारी शुक्रवार से सीएमओ ऑफिस का घेराव कर अपना आक्रोश जाहिर करेंगे।

सेवाओं को लगा ब्रेक, हुई परेशानी

जिले के बीस ब्लॉकों के पीएचसी-सीएचसी पर तैनात एनएचएम के आयुष डॉक्टरों ने गुरुवार को हड़ताल के चलते ओपीडी का बहिष्कार किया। अधिकतर जगहों पर मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिलीं। आंकड़ों के मुताबिक चार हजार के आसपास मरीज ओपीडी से वापस लौट गए। इसके अलावा आयुष्मान, जननी सुरक्षा और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना आदि को भी ब्रेक लगा रहा। इनकी सूचनाओं का आदान-प्रदान नहीं हो सका। गांव में आरबीएसके की टीम ने भ्रमण कर ग्रामीणों का चेकअप तक नहीं किया।

लगाने पड़े अपने कर्मचारी

गुरुवार से केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना इंद्रधनुष की शुरुआत होनी थी। इसके तहत कई गांवों में बच्चों का टीकाकरण किया जाना है। स्वास्थ्य विभाग ने एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए अपने कर्मचारी लगाकर योजना की शुरुआत की। योजना में बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।

पूरे प्रदेश में हुआ कार्य बहिष्कार

शासन पर बिना नोटिस दिए 18 कर्मचारियों का विरोध किया जा रहा है। जिसको लेकर प्रदेश के 52 जिलों के एनएचएम कर्मचारी हड़ताल पर हैं। शुक्रवार को आंदोलन के तहत सीएमओ आफिस पर धरना प्रदर्शन और घेराव किया जाएगा। उप्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के महामंत्री रामसागर ने कहा कि निकाले गए कर्मचारियों को अविलंब वापस लिया जाए। इस संबंध में हुई बैठक में संघ अध्यक्ष आजाद सिंह, संदीप कुशवाहा, विवेक मिश्रा, अजय सिंह, दिलीप श्रीवास्तव, आलोक कुमार, डॉ। अमरेश आदि उपस्थित रहे।

उनकी स्ट्राइक से कामकाज पर कोई खास असर नही पड़ रहा। हमारी सभी योजनाएं चल रही है। एनएचएम के कुछ कर्मचारी काम भी कर रहे हैं।

डॉ। गिरिजाशंकर बाजपेई, सीएमओ

Posted By: Inextlive