एनआईए ने यूपी के जासूसी मामले में कथित तौर पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट के खिलाफ एक पूरक आरोपपत्र दाखिल किया है। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी को पिछले साल 30 सितंबर को गिरफ्तार किया गया। इस मामले की जांच जारी है।


नई दिल्ली (एएनआई)। नेशनल इंवेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को कहा कि उसने उत्तर प्रदेश में जासूसी मामले के संबंध में एक इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) एजेंट के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया। एक प्रेस विज्ञप्ति में एनआईए ने कहा कि आरोपी राजाकभाई कुंभार पर आईएसआई एजेंट हामिद उर्फ ​​असीम से मिलने और साजिश रचने का आरोप है। यह भी आरोप है कि उसे पाकिस्तान में आईएसआई के गुर्गों को मुहैया कराई गई जानकारी के लिए सह आरोपी राशिद तक फंड पहुंचाने का काम संभाला था। गोमती नगर, लखनऊ में मामला दर्ज किया गया था


कुंभार को 30 सितंबर, 2020 को गिरफ्तार किया गया था, जब एनआईए ने मामले की जिम्मेदारी संभाली थी। 19 जनवरी, 2020 को गोमती नगर, लखनऊ में मामला दर्ज किया गया था, जिसमें रशिद को पाकिस्तान में स्थित आईएसआई के गुर्गों को महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की संवेदनशील जानकारी, फोटो और वीडियो की आपूर्ति करने में उसकी भूमिका के लिए उसी दिन गिरफ्तार किया गया था। जारी प्रेस नोट के अनुसार एनआईए ने पिछले साल 6 अप्रैल को इस मामले को फिर से पंजीकृत किया और जांच शुरू कर दी।इन दस्तावेजों पर दो बार पाक का दौरा किया था

पाकिस्तान में स्थित आईएसआई गुर्गों को महत्वपूर्ण जानकारी मुहैया कराने की भूमिका के लिए 16 जुलाई, 2020 को गोमती नगर, लखनऊ में राशिद के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी। एनआईए द्वारा आगे की जांच से पता चला है कि कुंभार ने कानूनी दस्तावेजों पर दो बार पाकिस्तान का दौरा किया था। अपनी दूसरी यात्रा के दौरान, उसने आईएसआई एजेंट हामिद उर्फ ​​असीम के साथ मुलाकात की और साजिश रची। पाकिस्तान में आईएसआई के गुर्गों को दी गई जानकारी के लिए राजाकभाई ने राशिद को धन दिया था।

Posted By: Shweta Mishra