RANCHI: आंध्रप्रदेश के भाकपा माओवादी सुधाकरण की मदद करनेवालों की लिस्ट एनआईए को मिल गई है। सुधाकरण की मदद पहुंचानेवालों में ठेकेदार प्रभु साहू, पलामू के केंदू पत्ता व्यवसायी छोटू बाबू और कमल सिंह का नाम आया है। एनआईए की टीम सुधाकरण, उसके भाइयों की मदद करनेवालों की तलाश कर रही है।

बीमार थी सुधाकरण की बीवी

प्रभु साहू ने खुलासा किया है एक साल पूर्व नक्सली सुधाकरण की पत्‍‌नी नीलिमा उर्फ माद्री बीमार पड़ गई थी। इसके बाद छोटू बाबू, कमल सिंह ने डालटनगंज के ज्योति होटल में उसे ठहराया था। एनआइए की टीम डालटनगंज भी जांच करने के लिए जाएगी। जब नीलिमा उर्फ माद्री बीमार पड़ी और उन्हें हैदराबाद जाना था तो उस वक्त नक्सली सुधाकरण का भाई सत्यनारायण रेड्डी, पी। नारायण के साथ प्रभु साहू भी मौजूद था। उसकी पत्‍‌नी को हैदराबाद ले जाने के लिए रांची न लाकर गुमला, लातेहार, ओडि़शा के बलरामपुर, रायपुर चला गया था। रायपुर जाने के बाद वहां से बस से माद्री को हैदराबाद ले जाया गया, जहां उसका इलाज हुआ।

बीड़ी पत्ता व्यवसाय में सुधाकरण का पैसा

जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि नक्सली सुधाकरण ने लेवी के पैसे को झारखंड में बीड़ी पत्ता उद्योग में इंवेस्ट किया है। दो साल पहले जब सुधाकरण का भाई सत्यनारायण रेड्डी रांची आया था तो रेलवे स्टेशन पर ठेकेदार प्रभु साहू ने उसे रीसिव किया था। इसके बाद उसे लातेहार के गारू स्थित नक्सली कैंप ले जाया गया था। सत्यनारायण रेड्डी की गिरफ्तारी के बाद झारखंड पुलिस ने यह मामला अक्टूबर, ख्0क्म् में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी को सौंप दिया था।

एनआइए ने रेपीज रेस्ट हाउस से रजिस्टर जब्त किया

एनआईए की टीम ने गुमला के रेपीज रेस्ट हाउस से एक रजिस्टर जब्त किया है, ताकि पता लगाया जा सके कि आखिर कौन-कौन नक्सली और उनके समर्थक सुधाकरण को सहयोग कर रहे थे।

Posted By: Inextlive