- एनआईसी ने सर्वर पर करेक्शन की सुविधा देने से किया इंकार

- यूनिवर्सिटी खुद करेगी स्टूडेंट्स की गलतियों में सुधार

- स्टूडेंट्स फॉर्म भरते समय हुई गलतियों के बारे में ईमेल से यूनिवर्सिटी को दे सकते है सूचना

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में बुधवार से यूजी आवेदन फॉर्म में करेक्शन शुरू होने थे। लेकिन एनआईसी की ओर से पेज उपलब्ध न होने के कारण शुरू नहीं हो पाए। वहीं गुरुवार को भी यही हाल रहा। एनआईसी ने यूनिवर्सिटी को करेक्शन के राइट नहीं दिए। हालांकि ये स्पष्ट है कि करेक्शन एलयू खुद ही करेगा। पहले बच्चों को करेक्शन खुद करने थे। लेकिन इसके लिए एनआईसी ने मना कर दिया। अब एलयू खुद ही करेक्शन करेगा। जिन बच्चों को फॉर्म में सुधार कराना है वो करेक्शन एलयू को ईमेल या सोशल वर्क विभाग में एपलिकेशन के माध्यम से भेज सकते हैं।

वेबसाइट पर लिंक देने से इंकार

एनआईसी ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को फॉर्म में हुई गलतियों को सही करने के लिए वेबसाइट पर लिंक देने से इंकार कर दिया है। एनआईसी का कहना है कि वेबसाइट पर दोबारा से लिंक जारी करने से उनकी वेबसाइट पर दबाव बनेगा। साथ ही स्टूडेंट्स से दोबारा से करेक्शन करने में गलती होने की पूरी संभावना है। जिसे यूनिवर्सिटी का कोई फायदा नहीं होगा।

तीन गलतियों का ही होगा करेक्शन

एलयू एडमिशन कोऑडिनेटर प्रो। राज कुमार सिंह ने बताया कि एनआईसी की ओर से माना करने के बाद यूनिवर्सिटी खुद अपने लेवल पर स्टूडेंट्स की ओर से भेजे गए करेक्शन को सही करेगा। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी लेवल पर स्टूडेंट्स के नाम में हुई गलती, बोर्ड के नाम व परसेंट में हुई गलती के साथ उसकी कैटेगरी में हुई गलती को ही सही करेगा। इसके अलावा अगर कोई गलती स्टूडेंट्स की ओर से की गई तो यूनिवर्सिटी उसके लिए जिम्मेदार नहीं होगी।

Posted By: Inextlive