बुधवार को खेले गए निदाहास ट्रॉफी के अहम मुकाबले में भारत ने बांग्‍लादेश को 17 रन से हराकर फाइनल में जगह बना ली है। भारत की इस जीत के हीरो रहे स्‍पिन गेंदबाज वाशिंगटन सुंदर जिन्‍होंने 3 विकेट लेकर भारत की जीत की राह आसान कर दी। आइए जानें सुंदर की सफलता के पीछे असल वजह क्‍या है...


युवा गेंदबाज ने किया कमाल18 साल के युवा भारतीय गेंदबाज वाशिंगटन सुंदर का निदाहास ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन जारी है। पूरे टूर्नामेंट में वह अभी तक 7 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। इसमें तीन तो बुधवार को बांग्लादेश के खिलाफ लिए। नए खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम ने पहले मैच को छोड़ दिया जाए तो अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है। दिग्गज खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में युवा क्रिकेटरों ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। पिछले मैच में जहां शार्दुल ठाकुर ने श्रीलंका की कमर तोड़ दी थी। वहीं बांग्लादेश के खिलाफ स्पिन गेंदबाज सुंदर का जलवा देखने को मिला। सुंदर ने इस मैच में तीन अहम विकेट निकाले, वो भी पॉवरप्ले में।काफी कंजूसी से गेंदबाजी करते हैं सुंदर
टी-20 क्रिकेट में एक परंपरा सी चल गई है, खासतौर से सब-कांटिनेंट में सभी टीमें अपने तेज गेंदबाजों को आराम देकर स्पिन गेंदबाजों से पारी की शुरुआत कराती हैं। बुधवार को बांग्लादेश को जब 177 रन का टारगेट मिला। तो भारतीय गेंदबाजों के ऊपर जिम्मेदारी थी इस लक्ष्य को बचाने की। तेज गेंदबाजों को पिटता देख कप्तान रोहित ने तुरंत ही स्पिन आक्रमण लगा दिया। अब गेंदबाजी करने आए थे वाशिंगटन सुंदर, उनको सिर्फ रन बचाना ही नहीं विकेट भी निकालना था। आखिर हुआ भी ऐसा, 4 ओवर के स्पेल में सुंदर ने 22 रन देकर 3 विकेट चटकाए। सुंदर की शानदार गेंदबाजी का ही नतीजा है कि बांग्लादेश उबर नहीं सका और भारत यह मैच 17 रन से जीत गया।कैसे निकाल लेते हैं विकेटसुंदर की गेंदबाजी की खासियत है कि वह पॉवरप्ले में विकेट निकालते हैं। उनका कहना है कि वह बल्लेबाजों के दिमाग को पढ़ लेते हैं। अमूमन बल्लेबाज पॉवरप्ले में ज्यादा से ज्यादा बड़ी हिट लगाने के बारे में सोचता है। हर 6 गेंद पर एक बड़ी हिट की कोशिश होती है। सुंदर कहते हैं कि वह उसी छठी गेंद से गेंदबाज को चकमा देकर उनका विकेट निकालते हैं। वह ऐसा इसलिए कर पाते हैं क्योंकि उन्होंने पिछले काफी समय से घरेलू टी-20 बहुत खेला है। इस अनुभव का लाभ उन्हें अब अंतर्रराष्ट्रीय क्रिकेट में मिल रहा।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari