कभी ज्यादा वजन के कारण टीम से हुए थे बाहर, शार्दुल ठाकुर की ये 5 बातें नहीं जानते होंगे आप
घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड है सबसे बेहतरमहाराष्ट्र के पालघर जिले में जन्में शार्दुल ठाकुर दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने 8 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया था। पहले क्लब, फिर मुंबई की घरेलू क्रिकेट में हाथ आजमाया। साल 2012 में रोहित शर्मा की कप्तानी में ही शार्दुल ने डोमेस्टिक क्रिकेट में डेब्यू किया था। पिछले 6 सालों में ठाकुर ने कुल 55 फर्स्ट क्लॉस मैच खेले जिसमें उनके 188 विकेट दर्ज हैं। घरेलू मैचों में बेहतर प्रदर्शन का ही परिणाम है कि ठाकुर को अंतर्रराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने का मौका मिला। हालांकि उन्होंने कोई टेस्ट तो नहीं खेला मगर 3 वनडे में 5 विकेट और 5 टी-20 इंटरनेशनल में 7 विकेट जरूर झटक लिए। सोमवार को कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए टी-20 मुकाबले में ठाकुर ने 4 ओवर में 4 विकेट चटकाए, यही नहीं इसमें वह हैट्रिक लेने से चूक गए।
शार्दुल ठाकुर आज जितने फिट नजर आते हैं, पहले वह ऐसे नहीं थे। बतौर गेंदबाज अपने शरीर को काफी संतुलन में रखना होता है। मगर शार्दुल घरेलू क्रिकेट खेलते समय काफी मोटे थे। यही वजह है कि उन्हें एक बार मुंबई टीम से बाहर कर दिया गया था। ठाकुर ने फिर काफी एक्सरसाइज कर अपनी फिटनेस पर ध्यान दिया। उनसे कहा गया था कि उन्हें अपने शरीर का ऊपरी हिस्सा पतला करना है ठाकुर ने वही किया और अब उनकी गेंदबाजी में गति के साथ-साथ संतुलन भी है।टी-20 में केएल राहुल उस तरह से आउट हुए, जैसे पहले कोई भारतीय नहीं हुआ