- कोरम पूरा नहीं होने के कारण नहीं हुई बोर्ड की मीटिंग

- सात काउंसलर ही पहुंचे थे, रेस्ट का कोई अता-पता नहीं

PATNA : शहर में पीने के पानी की अरेंजमेंट नहीं, जहां-तहां कचरा फेंका रहता है। गाडि़यां समय पर कचरा उठाव नहीं कर पाती, एरिया में फॉगिंग नहीं होने की वजह से मच्छर का डंक फैल रहा है। नाले की उड़ाही प्रोपर टाइम पर नहीं हो पाई है, सड़कों पर झाड़ू नहीं लग पाता है। यूरिनल और प्याऊ तक की व्यवस्था नहीं है। सड़कों पर स्ट्रीट लाइट नहीं है। कई योजनाएं वार्ड तक पहुंच नहीं पाया है। इसके बाद भी नगर निगम सोया हुआ है। आपसी रंजिश की वजह से शहर को नरक बनाया जा रहा है। अब तक फाइलों, वेबसाइट और लेटर तक सीमित इस लड़ाई का नया मोड़ नगर निगम बोर्ड की बैठक में देखने को मिला, जहां पब्लिक की परेशानी और उसका निराकरण करने के लिए हर वार्ड के काउंसलर को एसके मेमोरियल हॉल में आना था, पर साढ़े बारह बजे से आयोजित नगर निगम बोर्ड की इस बैठक में मेयर सहित केवल सात काउंसलर ही पहुंचे थे। मामला पूरी तरह से खत्म हो गया। बोर्ड की बैठक नहीं हो पायी। जो गए वो भी लौट कर आए। इसके बाद मेयर, विपक्षी और नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन पर आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया।

एक-दूसरे पर ब्लेम

इस बीच, पब्लिक की परेशानी पर न तो मेयर ने बात की और न ही विपक्षी ने ही लोगों की बात रखी, बल्कि बोर्ड की बैठक के बाद भी पॉलिटिक्स शुरू हो गया। मेयर ने निगम कमिश्नर पर आरोप लगाया कि सही तरीके से काउंसलर के घरों तक एडमिनिस्ट्रेशन ने लेटर नहीं पहुंचाया, इसलिए काउंसलर टाइम पर नहीं आ पाए, इसके लिए बोर्ड पूरी तरह से गलत है। वहीं, विपक्ष की ओर से काउंसलर रूप नारायण मेहता ने कहा कि मेयर को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्हें फ्म् काउंसलर का बहुमत प्रेशर में मिला है। अगर वो साथ होते, तो कम से कम वो इस बैठक में जरूर आते। वे बोर्ड का विश्वास खो चुके हैं।

आए, थोड़ी देर बैठे और चले गए

7ख् काउंसलर को आना था। इसमें से सिर्फ 7 काउंसलर ही आए और रेस्ट का कोई अता-पता तक नहीं चल पाया। जो काउंसलर आए, वो भी अपनी बातों को रख नहीं पाए और कुछ देर बाद चले गए। इन्होंने कोरम का हवाला दिया कि जब तक फ्म् के आसपास काउंसलर नहीं आते हैं, तब तक बोर्ड की बैठक आयोजित नहीं की जाएगी। मीटिंग में मेयर अफजल इमाम सहित काउंसलर शहजादी बेगम, प्रभा देवी, धर्मशीला देवी, पिंकी देवी, विनोद गुप्ता, संजीव कुमार और तोता चौधरी ही आए हुए थे।

कमिश्नर के बदले आए थे ऑफिसर

ख्म् जून को हुए अविश्वास प्रस्ताव के बाद चल रहे बयानों के बीच यह पहली बोर्ड की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें काउंसलर्स के साथ-साथ नगर निगम कमिश्नर कुलदीप नारायण भी नहीं पहुंचे थे। उनके बदले कंकड़बाग सर्किल के एक्जीक्यूटिव शैलेंद्र कुमार थे। वहीं, नगर सचिव सहित अन्य निगमकर्मी भी मौके पर मौजूद थे।

Posted By: Inextlive