वो चल नहीं सकती है क्‍योंकि उसे पैर नहीं है। अपनी मर्जी से वो कुछ भी नहीं कर सकती हैं लेकिन उसके चेहरे पर सिकन की एक लकीर भी नही हैं। शायद इसे जीने का जज्‍बा कहते हैं। एक बीमारी ने उसके शरीर का विकास पूरी तरह रोक दिया पर वो ना तो टूटी और ना ही बिखरी। आज हम आप को एक ऐसी लड़की से मिलवाने जा रहे हैं जो हर रोज प्‍लास्टिक की बकेट मे बैठ कर जिंदगी को चैलेंज करती है।


जन्म के 6 महीने बाद रूक गया था विकासहम बात कर रहे हैं नाइजीरिया की रहमा हारून की जिसके शरीर में हर वक्त दर्द होता है। वो हमेशा प्लास्टिक की बकेट में ही रहती है। जब इसका कहीं भी इलाज नहीं हो सका तो लोगों ने कहा इस पर जिन्न का साया है। एक अनजान बीमारी के चलते उसके शरीर का निचला हिस्सा पूरी तरह डेवलप नहीं हुआ है। रहमा की मां ने बताया कि जब उसका जन्म हुआ तो वह हष्टपुष्अ थी। जैसे ही वो 6 महीने की हुई उसके शरीर का विकास रूक गया। उसके शरीर के चिचले हिस्से का विकास एकदम रूक गया। उसकी मां फादी का कहना है कि जैसे ही रहमा ने बैठना सीखा वैसी ही इस बीमारी ने इसे घेर लिया। 19 साल की हो चुकी है रहमा नहीं ठीक हुई बीमारी
19 साल की रहमा जब पैदा हुई थी तो हेल्दी थी उसकी बॉडी पूरी तरह डेवलप थी। बीमारी की शुरुआत बुखार से हुई फिर स्टमक पेन और फिर धीरे-धीरे पूरे शरीर में दर्द होने लगा। अब इसके हाथ-पैर काम ही नहीं करते हैं। रहमा की मां ने बताया कि लोग कहते हैं कि तुम्हारी बेटी पर जिन्न का साया है। रहमा की मां ने कहा कि इसकी बीमारी डायगनोस ही नहीं हो पा रही। मैं 15 सालों से कोशिश कर रही हूं कि इसका इलाज हो जाए लेकिन नहीं हो पा रहा।  मैं पैसे कमाने के लिए बहुत कुछ करती हूं ताकि इलाज हो सके। इस इलाज के लिए मैंने अपनी हर चीज बेच दी। रहमा की हालत देखकर डॉक्टर भी हैरान हैं।

Posted By: Prabha Punj Mishra