PATNA : उत्तराखंड से पकड़े गए निखिल प्रियदर्शी और उसके रिटायर्ड आईएएस पिता कृष्ण बिहारी प्रसाद सिन्हा को पटना पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। पूर्व मिनिस्टर की बेटी के साथ दुष्कर्म के प्रयास और बुद्धा कॉलोनी थाने में दर्ज मामले में निखिल आरोपी था।

पटना के सिविल कोर्ट में पेशी के बाद क्ब् दिनों की न्यायिक हिरासत में दोनों को बेउर जेल ले जाया गया। पुलिस की टीम शुक्रवार की शाम करीब पौने पांच बजे दोनों को लेकर कोर्ट पहुंची थी। दोनों को अनुसूचित जाति व जनजाति की स्पेशल कोर्ट के विशेष न्यायाधीश अखिलानंद दूबे की अदालत में पेश किया गया। दोनों के वकील ने कोर्ट में कृष्ण बिहारी प्रसाद सिन्हा का पक्ष रखा और उनकी सेहत व उम्र का हवाला दिया।

साथ ही बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। वे पिछले कई सालों से हृदय रोग के मरीज हैं। उत्तराखंड से आते समय आरा के समीप उनकी कार की एक बस से भिड़ंत हो गई, जिसमें उन्हें चोट भी आई है। इस पर कोर्ट ने पुलिस को मेडिकल जांच कराने का निर्देश दिया है।

रिमांड पर लेगी पुलिस

तीन दिनों की रिमांड के लिए पुलिस की ओर से कोर्ट में अर्जी भी दाखिल कर दी गई है। शनिवार को पुलिस की अपील मंजूर कर कोर्ट निखिल के रिमांड के लिए अपना आदेश दे सकती है। एसएसपी मनु महाराज ने साफ कर दिया है कि रिमांड के दौरान उनकी और सीआईडी की टीम एक साथ पूछताछ करेगी।

एडवोकेट ने दी थी सलाह

ख्ख् दिसंबर को हरिजन थाना में एफआईआर दर्ज होने के बाद से निखिल फरार था। उसके एडवोकेट ने फरार होने की सलाह दी थी। दरअसल, कोर्ट में पेशी के दौरान उसके चेहरे पर तनाव और चिंता नहीं दिखी। कोर्ट के अंदर बेंच पर बैठा निखिल अपने पिता कृष्ण बिहार प्रसाद सिन्हा के साथ बिल्कुल शांत दिखा। उसने मीडिया से बातें भी की। उसने माना कि उसे भागना नहीं चाहिए था।

Posted By: Inextlive