- किसानों का बोरिंग के लिए जमा पैसा वापस किया जाएगा

- किसानों ने बोरिंग के लिए 11 से 55 हजार तक जमा किए

FATEHPUR: पानी के अधिक दोहन से धरती की कोख सूख रही है। जिसके चलते जिले के नौ ब्लाकों को डार्कजोन घोषित कर दिया गया है। इन ब्लाकों के ग्रामीण क्षेत्रों के जिन किसानों ने बोरिंग के लिए विभाग के पास पैसा जमा कर रखा है अब उनका पैसा वापस होगा। शासन के बोरिंग लक्ष्य को उन ब्लाकों में पूरा किया जाएगा जिन ब्लाकों को अभी तक क्रिटिकल घोषित नहीं किया गया।

लघु सिंचाई विभाग को वित्तीय वर्ष ख्0क्ब्-क्भ् में ख्8क् मध्यम बोरिंग करने का लक्ष्य शासन से मिला था। जिसके सापेक्ष करीब पांच सैकड़ा किसानों ने बोरिंग करने के लिए विभाग के पास किसान अंश क्क् से भ्भ् हजार रुपए तक जमा किया, परन्तु अभी तक विभाग उन किसानों की बोरिंग नहीं कर पाया। हाल ही में जिले के नौ ब्लाकों को डार्क जोन घोषित कर दिया गया। अब इन ब्लाकों के किसानों को पैसा जमा होने के बाद भी बोरिंग का लाभ नहीं मिलेगा। विभाग किसानों को पैसा वापस करेगा और लक्ष्य उन ब्लाकों में पूरा करेगा जो अभी तक सुरक्षित ब्लाक की श्रेणी में है।

मध्यम बोरिंग योजना के तहत कुल खर्च एक लाख फ्0 हजार का होता है। जिसमें विभाग 7भ् हजार बोरिंग अनुदान और दस हजार पाइप अनुदान के रूप में किसान को देता है। शेष धनराशि किसान अंश के रूप में किसान को विभाग के पास जमा करनी पड़ती है। जिले में ख्8क् किसानों ने बोरिंग के लिए ग्यारह हजार से भ्भ् हजार तक की धनराशि जमा की है। विभाग ने क्म्म् किसानों की बोरिंग पूरी कर दी। क्क्भ् किसानों की बोरिंग विभाग नहीं कर पाया। शेष किसानों में अधिकांश किसान डार्कजोन घोषित ब्लाकों के हैं।

क्या बोले जिम्मेदार

डार्क जोन घोषित ब्लाकों के वह किसान जिन्होंने विभाग के पास बोरिंग के लिए किसान अंश जमा किया है। उनका किसान अंश विभाग वापस करेगा, अब उनकी बोरिंग तब तक नहीं होगी जब तक डार्क जोन फिर से सुरक्षित जोन में नहीं चले जाएंगे।

सुभाष चंद्र, सहायक अभियंता लघु सिंचाई

Posted By: Inextlive