Nirbhaya Case निर्भया सामूहिक दुष्कर्म व हत्या मामले के चारों दोषियों को आज शुक्रवार सुबह फांसी दे दी गई है। अब दोषियों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए डीडीयू अस्पताल लाया गया।

कानपुर। Nirbhaya Case निर्भया के चारों दोषियों मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को सुबह 5.30 बजे फांसी दे दी गई है। फांसी दिए जाने के बाद डॉक्टर ने सभी के शवों का परीक्षण कर मौत की पुष्टि की। इसके अब आगे की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के एक ट्वीट के अनुसार अब दोषियों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए हरिनगर में दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल (ष्ठष्ठ) लाया गया है। यहां पर जेल मैनुअल के अनुसार पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पोस्टमॉर्टम के बाद चारों दोषियों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।

Bodies of four Nirbhaya case convicts taken out of Tihar Jail for post-mortem at DDU Hospital: Prison officials

— Press Trust of India (@PTI_News) March 20, 2020

इस मामले की वीभत्सता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था

निर्भया के चारों दोषियों की फांसी के बाद पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई थी क्योंकि इस मामले की वीभत्सता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। 16 दिसंबर, 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा निर्भया के साथ 6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म करने के साथ ही उसे चलती बस से बाहर फेंक दिया था। उपचार के दौरान पीडि़ता की मौत हो गई थी। इस मामले के 6 दोषियों में एक दोषी आरोपी राम सिंह था, जो तिहाड़ जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर चुका है। एक अन्य आरोपी किशोर को किशोर न्याय बोर्ड ने दोषी ठहराया था। वह तीन साल तक सुधार गृह में रहने के बाद रिहा हो गया था।

Doctor declares all four Nirbhaya case convicts dead, says Tihar Jail official after hanging

— Press Trust of India (@PTI_News) March 20, 20207 साल बाद ही सही लेकिन उनकी बेटी निर्भया को न्याय मिला

तिहाड़ जेल के बाहर लोग मिठाइयां बांटकर खुशी मनाई। फांसी के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि आज उन्हें सुकून मिला क्योंकि 7 साल बाद ही सही लेकिन उनकी बेटी को न्याय मिला है। देश में इंसाफ हुआ। वहीं निर्भया के पिता ने कहा, आज हमारी जीत हुई है और यह मीडिया, समाज और दिल्ली पुलिस की वजह से संभव हुआ। मेरी मुस्कुराहट से आप समझ सकते हैं कि मैं कितना खुश हूं। मेरी बेटी को इंसाफ मिला।

Posted By: Shweta Mishra