Nirbhaya Case: जल्लाद पवन 17 मार्च को पहुंचेगा तिहाड़ जेल, दोषियों 20 मार्च को फांसी देने से पहले करेगा डमी प्रैक्टिस
कानपुर। Nirbhaya Case निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में चारों दोषियों को 20 मार्च, 2020 को सुबह 5.30 बजे फांसी दी जानी है। ऐसे में फांसी का वक्त करीब आते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन ने तैयारियां और तेज कर दी हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक निर्भया मामले में चारों दोषियों को फांसी की सजा देने के लिए जल्लाद पवन अगले 17 मार्च को तिहाड़ जेल पहुंच जाएगा। यूपी का पवन जल्लाद तिहाड़ जेल के अधिकारियों के साथ मिलकर चारो दोषियों की डमी को फांसी देकर प्रैक्टिस करेगा।
Tihar Jail officials: Hangman Pawan to reach the Jail on 17th March for the 20th March hanging of the 2012 Delhi gangrape case convicts. Jail officials to conduct dummy execution before the date of hanging. pic.twitter.com/ZyZdbB5GQj— ANI (@ANI)20 मार्च, 2020 को सुबह 5.30 बजे फांसी दी जानी है
देश को झकझोरने वाले निर्भया मामले में बीते 5 मार्च को दिल्ली सरकार की अर्जी पर दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने नया डेथ वारंट जारी कर दिया था, जिसके मुताबिक 20 मार्च, 2020 को सुबह 5.30 बजे फांसी दी जानी है। दोषियों ने अपनी फांसी को टालने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। कानूनी दावपेंच के चलते यह उनके खिलाफ यह चाैथा डेथ वारंट जारी किया गया है। उम्मीद की जा रही है कि यह आखिरी डेथ वारंट होगा। दिल्ली सरकार का भी दावा है कि दोषियों ने लगभग अपने सभी कानूनी उपायों को समाप्त कर दिया है।
दुष्कर्म के बाद छात्रा को चलती बस से बाहर फेंका थाबता दें कि 16 दिसंबर, 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा के साथ 6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म करने के साथ ही उसे चलती बस से बाहर फेंक दिया था। इस मामले के 6 दोषियों में दोषी आरोपी राम सिंह था, जो तिहाड़ जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर चुका है। एक अन्य आरोपी किशोर को किशोर न्याय बोर्ड ने दोषी ठहराया था। वह तीन साल तक सुधार गृह में रहने के बाद रिहा हो गया था। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।