Nirbhaya Case निर्भया मामले में मौत की सजा पाए चार दोषियों में से दो की क्यूरेटिव पिटीशन पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। याचिकाओं पर सुनवाई से पहले पीड़िता की मां का कहना है कि मुझे बहुत उम्मीद है कि उनकी याचिका आज खारिज कर दी जाएगी।

कानपुर। देश को झकझोर कर रख देने वाले साल 2012 के निर्भया मामले में मौत की सजा पाए चार दोषियों में से दो की क्यूरेटिव पिटीशन पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। जस्टिस एन वी रमना, अरुण मिश्रा, आर एफ नरीमन, आर बनुमथी और अशोक भूषण की पीठ में इन दोनाें याचिकाओं पर दोपहर 1.45 बजे सुनवाई होगी। वहीं आरोपी विनय शर्मा और मुकेश कुमार की ओर से दायर क्यूरेटिव पिटीशन को लेकर पीड़िता की मां आशा देवी का कहना है कि कोर्ट उन्हें खारिज कर देगा। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक अाशा देवी का कहना है कि दोषियों ने फांसी को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष क्यूरेटिव याचिका पिटीशन दायर की है लेकिन मुझे बहुत उम्मीद है कि उनकी याचिका आज खारिज कर दी जाएगी। उन्हें 22 जनवरी को फांसी दी जाएगी और निर्भया को न्याय मिलेगा।

Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang-rape victim: They (convicts) have filed a petition (curative plea) before the Supreme Court just to stall the process. I'm very hopeful that their petition will be rejected today. They'll be hanged on 22nd January & Nirbhaya will get justice. pic.twitter.com/b0Wwgutpyx

— ANI (@ANI) January 14, 2020


दो दोषियों विनय और मुकेश ने क्यूरेटिव पिटीशन दायर की

क्यूरेटिव पिटीशन पर जजों द्वारा इन-चेंबर्स निर्णय लिए जाते हैं और यह किसी व्यक्ति के लिए अंतिम कानूनी उपाय है। बता दें कि 7 जनवरी को दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया के गुनहागारों मुकेश (32), पवन गुप्ता (25), विनय कुमार शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया था। अदालत ने कहा था कि उन्हें 22 जनवरी को सुबह 7 बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी। इसके बाद सिर्फ दो दोषियों विनय और मुकेश ने क्यूरेटिव पिटीशन दायर की है।

6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म कर चलती बस से बाहर फेंका था
वहीं निर्भया के साथ दुष्कर्म करने वाले छह दोषियों में एक दोषी आरोपी राम सिंह तिहाड़ जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर चुका है। एक अन्य आरोपी किशोर को किशोर न्याय बोर्ड ने दोषी ठहराया था। वह तीन साल तक सुधार गृह में रहने के बाद रिहा हो गया था। बता दें कि 16 दिसंबर, 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा संग 6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म कर चलती बस से बाहर फेंक दिया था। इलाज के दाैरान उसकी 29 दिसंबर, 2012 को सिंगापुर के एक अस्पताल में माैत हो गई थी।

Posted By: Shweta Mishra