निर्भया कांड के दोषियों को फांसी देने में हो रही देरी को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली सरकार के अधीन सभी काम घंटों के भीतर पूरे किए गए। उन्होंने इस मामले से संबंधित किसी भी कार्य में देरी नहीं की। इसपर निर्भया की मां ने पटलवार किया है।

कानपुर। निर्भया कांड के दोषियों को फांसी देने में हो रही देरी को लेकर निर्भया की मां ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उनके बयान पर अपना जवाब देते हुए निर्भया की मां ने कहा, 'ये गलत है कि उन्होंने समय पर काम किया, 7 साल हो गए घटना हुए, ढाई साल हो गए सुप्रीम कोर्ट से फैसला आए, 18 महीने हो गए रिव्यू पेटिशन खारिज हुए, जो काम जेल को, सरकार को करना चाहिए था वो हमने किया।' बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा था, 'दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले सभी काम को हमने कुछ घंटों के भीतर पूरे किए। हमने इस मामले से संबंधित किसी भी काम में देरी नहीं की है। दिल्ली सरकार की शायद ही इसमें कोई भूमिका है। हम चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए।'

निर्भया मामले पर केजरीवाल के बयान पर निर्भया की मां: ये बिल्कुल गलत है कि उन्होंने समय पर काम किया, 7 साल हो गए घटना हुए, 2.5 साल हो गए सुप्रीम कोर्ट से फैसला आए, 18 महीने हो गए रिव्यू पेटिशन खारिज हुए, जो काम जेल को, सरकार को करना चाहिए था वो हमने किया। https://t.co/2wL0Nw4irI pic.twitter.com/iVIwNZJ0o9

— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 17, 2020
बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को एक दूसरे पर लगाया आरोप

बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को निर्भया कांड के दोषियों को फांसी देने में देरी को लेकर एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाया, बीजेपी ने इसे लेकर दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया, जबकि आम आदमी पार्टी ने अपने प्रतिद्वंद्वी पर लोगों को 'गुमराह' करने का आरोप लगाते हुए कहा, कानून और व्यवस्था केंद्र के हाथ में है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सभी चार दोषियों को अब तक फांसी दे दी गई होती, अगर AAP सरकार ने तुरंत कार्रवाई करती। इसके जवाब में आप नेता संजय सिंह ने भी बीजेपी पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि भाजपा नेता ने झूठ बोला है और असंवेदनशील टिप्पणी की है। उन्होंने मीडिया से कहा, 'जो भी देरी हो रही है, इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है और इसलिए लोगों को गुमराह करने के बजाय, केंद्रीय मंत्री को इस तरह के संवेदनशील मामले को अनदेखा करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।' उन्होंने आगे कहा कि कानून और व्यवस्था केंद्र के हाथ में है।

Posted By: Mukul Kumar