Nirbhaya Case निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में मौत की सजा पाने वालों में अब दोषी अक्षय ने राष्ट्रपति के सामने दया याचिका दायर की है। इसके पहले आज राष्ट्रपति ने अपराधी विनय कुमार की दया याचिका खारिज की है। वहीं तिहाड़ जेल के अधिकारी दिल्ली कोर्ट में फांसी की नई तारीख के लिए जाएंगे।


नई दिल्ली (एएनआई/पीटीाआई)। Nirbhaya Case देश को झकझोर कर रख देने वाले निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में मौत की सजा पाने वाले दोषी अक्षय ठाकुर ने शनिवार को राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर की। वहीं तिहाड़ जेल के अधिकारियों का कहना है कि वे दोषियों की फांसी की नई तारीख तय करने के लिए आज शनिवार को पटियाला हाउस कोर्ट जाएंगे। राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर करने के मामले में ठाकुर तीसरे दोषी हैं। अब तक राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने इस मामले में दोषी विनय शर्मा और मुकेश सिंह की दया याचिकाओं को खारिज किया है। इससे पहले आज राष्ट्रपति राम नाथ काेविंद ने अपराधी विनय की दया याचिका को रद कर दिया है।ये याचिकाएं भी शुक्रवार को हुईं हैं खारिज


इस बीच दिल्ली की एक अदालत में शुक्रवार को निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में मृत्युदंड के तीन दोषियों की ओर से 1 फरवरी को होने वाली फांसी पर रोक लगाने की याचिका पर सुनवाई हुई। अदालत ने अगले आदेश तक फांसी की सजा को स्थगित कर दिया है। वहीं इसके अलावा शुक्रवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने दोषी पवन गुप्ता द्वारा दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया है। दरअसल, पवन ने नाबालिग होने के दावे को हाईकोर्ट द्वारा खारिज करने के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट से पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था। Nirbhaya case: राष्ट्रपति ने खारिज की विनय शर्मा की दया याचिकामुकेश की अपील को खारिज कर दिया गया अदालत ने इस मामले में बीती 7 जनवरी को फांसी की तारीख 22 जनवरी तय की थी लेकिन वह कानूनी प्रकि्रयाओं के चलते टल गई थी। इसके बाद दोषी मुकेश कुमार की दया याचिका 17 जनवरी को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने खारिज कर दी थी। ट्रायल कोर्ट ने 17 जनवरी को सभी चार दोषियों की फांसी की सजा के लिए दूसरी डेथ वारंट जारी करते हुए 1 फरवरी को सुबह 6 बजे तिहाड़ जेल में फांसी का ऐलान किया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीते बुधवार को अस्वीकृति के खिलाफ मुकेश की अपील को खारिज कर दिया गया है। निर्भया मामने ने देश को झकझोर कर रख दिया

बता दें कि साल 2012 के निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले ने देश को झकझोर कर रख दिया था। 16 दिसंबर, 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा के साथ 6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म करने के साथ ही उसे चलती बस से बाहर फेंक दिया था। इसके बाद उसकी 29 दिसंबर, 2012 को सिंगापुर के एक अस्पताल में उपचार के दाैरान माैत हो गई थी। इस मामले के 6 दोषियों में एक नाबालिग था जो बाद में रिहा हो गया और एक अन्य आरोपी ने कथित ताैर तिहाड़ जेल में सुसाइड किया था।

Posted By: Shweta Mishra