Nirbhaya Case निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के चारों दोषियों को 1 फरवरी को फांसी दी जाएगी। इसी बीच तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने कहा है कि आज यानी कि शुक्रवार को दोषियों के डमी को फांसी दी गई।

नई दिल्ली (एएनआई)। Nirbhaya Case निर्भया सामूहिक दुष्कर्म व हत्या के चारों दोषियों की फांसी का समय तेजी से नजदीक आ रहा है। ऐसे में दोषी बचने का कोई रास्ता बाकी नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसी बीच, अधिकारियों ने बताया कि मेरठ जेल के जल्लाद पवन जल्लाद ने तिहाड़ जेल परिसर में शुक्रवार को दोषियों के डमी को फांसी दी। तिहाड़ जेल के डिप्टी जनरल संदीप गोयल ने कहा, 'डमी को फांसी देकर एक अभ्यास किया गया है। फांसी पवन ने दी।'

Tihar Jail official: Dummy execution of the convicts of 2012 Delhi gang-rape case was conducted in jail today. pic.twitter.com/gAYyTR7z5k

— ANI (@ANI) January 31, 2020

जेल प्रशासन ने कोर्ट से अलग-अलग फांसी देने का किया अनुरोध
तीसरी पीढ़ी के जल्लाद, पवन जेल परिसर में ही रहेंगे और रस्सी की ताकत व फांसी देने से जुड़ी अन्य चीजों की जांच करेंगे। बता दें कि सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में चार दोषियों को 1 फरवरी को फांसी दी जानी है लेकिन ऐसा होने की संभावना नहीं है क्योंकि उनमें से एक ने बुधवार को राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर की थी। वहीं एक अन्य ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पेटिशन दायर की है। इससे पहले दिन में, तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली की एक अदालत को बताया था कि निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषियों को अलग-अलग फांसी दी जा सकती है। सरकारी वकील इरफान अहमद ने तिहाड़ जेल अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करते हुए मामले में एक स्टेटस रिपोर्ट पेश की और कहा कि मामले के दोषियों को अलग से फांसी दी जा सकती है और इसमें कोई अवैधता नहीं है।

Posted By: Mukul Kumar