टॉप 100 से बाहर होने के कगार पर इविवि

NIRF रैंकिंग में 68वें स्थान से लुढ़ककर 95वें स्थान पर पहुंची इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

ओवरऑल हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस की लिस्ट में जगह ही नहीं मिली

ALLAHABAD: एमएचआरडी की प्रतिष्ठित एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग में एक बार फिर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को करारा झटका लगा है। पूरब का आक्सफोर्ड कही जाने वाली इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का प्रदर्शन पिछले बार की रैंकिंग से भी खराब रहा। वर्ष 2016 में कुल 100 यूनिवर्सिटीज की लिस्ट में 68वें स्थान पर रही इलाहाबाद यूनिवर्सिटी मंडे को जारी वर्ष 2017 की लिस्ट में 95वें स्थान पर चली गई। इविवि ओवरऑल हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस की लिस्ट में जगह ही नहीं बना पाया है।

दूसरे स्थान पर JNU

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भारतीय विज्ञान संस्थान बंगलुरु को देश के सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान का दर्जा दिया है। शीर्ष 10 संस्थानों में सात आईआईटी शामिल हैं। दो अन्य संस्थानों में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय है। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली में देश के संस्थानों की रैकिंग के दूसरे संस्करण के परिणाम जारी किए हैं। इस बार रैकिंग को पांच श्रेणियो ओवरऑल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, प्रबंधन और इंजीनियरिंग के तहत जारी किया गया है। जेएनयू पिछली रैंकिंग में तीसरे स्थान पर था। जिसे इस वर्ष विश्वविद्यालयों की श्रेणी में दूसरे स्थान पर रखा गया है।

तीसरे पर BHU व 11वें पर AMU

यूनिवर्सिटीज की लिस्ट में बीएचयू तीसरे, एएमयू 11वें एवं अमेठी यूनिवर्सिटी 52वें स्थान पर है। इस वर्ष एनआईआरएफ में पिछले साल से करीब 800 कम संस्थाओं ने हिस्सा लिया है। देश में शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन नैक तथा नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिएशन यानि एनबीए करते हैं। बता दें कि एनआईआरएफ ने विवि, इंजीनियरिंग, फार्मेसी और प्रबंधन संस्थाओं के लिए बीते वर्ष चार अप्रैल को पहली भारतीय रैंकिंग 2016 में प्रस्तुत की थी। एनआईआरएफ व्यापक मापदंडों के आधार पर संस्थानों को रैंकिंग प्रदान करता है। इनमें शिक्षण, अधिगम, संसाधन, अनुसंधान एवं व्यावसायिक प्रक्रियाएं, अवधारणा जैसे मानक शामिल हैं।

इस बार कम हो गया पार्टिसिपेशन

एनआईआरएफ में इस साल कम संस्थान शामिल हुये हैं। पिछले साल इसमें विभिन्न क्षेत्रों के 3563 संस्थानों को शामिल किया गया और इस साल 2735 संस्थानों ने हिस्सा लिया है। इनमें 43 मेडिकल कॉलेज और 49 लॉ कॉलेज पहली बार इसमें शामिल हुए हैं। मंत्रालय का कहना है कि इस प्रक्रिया में 80.90 हजार विद्वान अमेरिका और पश्चिमी देशों के होते हैं। लेकिन, भारत सरकार अब भारतवंशी समुदाय को इस संबंध में अपने साथ जोड़ रही है तथा अंतरराष्ट्रीय शिक्षकों को यहां पढ़ाने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

MNNIT की रैंकिंग भी गिरी

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ही नहीं सोमवार को जारी देश के टॉप 100 इंजीनियरिंग कॉलेजेल की लिस्ट में एमएनएनआईटी को भी झटका लगा है। लास्ट इयर देश भर में 23वें स्थान पर रहने वाला यह संस्थान इस साल 41 वें स्थान पर चला गया है।

इविवि काफी समस्याओं से जूझ रही है। हमारे यहां शिक्षकों के 70 फीसदी पद खाली हैं। जाहिर है इससे रिसर्च वर्क भी इफेक्टेड हुआ है। हमें उम्मीद है कि हम अगली रैंकिंग में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

-प्रो। हर्ष कुमार,

पीआरओ इविवि

Posted By: Inextlive