एनआईटीकी समस्याओं को दूर करें डीएम : नीतीश
जमीन की समस्याओं पर चर्चासमारोह के मुख्य अतिथि के रूप में प्रोग्राम को संबोधित करते हुए श्री कुमार ने एनआईटी के गठन व जमीन की समस्याओं पर चर्चा किया। इस दौरान बिहार में अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान इंस्टीट्यूट के गठन की जानकारी को शेयर किया। समारोह के दौरान मंच पर एनआईटी पटना के डायरेक्टर प्रो अशोक डे, गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में उत्तर प्रदेश के सीनियर आईएएस ऑफिसर अरूण सिन्हा, बिहार विधान सभा के सदस्य ई वीरेंद्र कुमार, एल्युमिनी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट ई रविशंकर सिन्हा, सेक्रेटरी प्रो जी के चौधरी ने संबोधित किया। प्रोग्राम का संचालन ई आरती सिन्हा ने किया। समारोह के 2015 बेस्ट बैच के लिए इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट के हेड प्रो यू एस त्रियार समेत सभी बैच के टॉपरों को सम्मानित किया गया। कागज पर सौंपी थी जमीन
समारोह को संबोधित करते हुए एनआईटी पटना के डायरेक्टर प्रो अशोक डे ने 12 साल के कॉलेज की यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि स्थापना के समय एनआईटी को 33 एकड़ जमीन कागज पर सौंपा गया था। इतने समय के बाद भी संस्थान को मात्र 27 एकड़ पर ही कजा मिलने व एनआईटी को बिहटा में आंवटित जमीन नहीं मिलने के कारण हो रही परेशानी को सामने रखा.
कॉलेज में लड़के हमसे बात नहीं करते थे: ई रश्मिी
एल्यूमिनी मीट में कॉलेज के सबसे पहली दो महिलाओं को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में एनटीपीसी की एडीजीएम रश्मिी वर्मा व एनसीआईटी दिल्ली में तैनात पीयूष सक्सेना शामिल है। रश्मिी वर्मा ने अपने अनुभव को शेयर करते हुए बताया कि 80 के दशक में इंजीनियरिंग की पढ़ाई में लड़किया का आना खासकर पटना में लड़कों को पच नहीं रहा था। हम कैंपस में पढ़ाई पर फोकस थे। इस दौरान हमें सहपाठी छात्रों की ओर से नोट्स व लैब में मदद नहीं मिलती थी। हमसे तो लड़के बात तक नहीं करते थे, मदद कौन पूछे।