यूपी के बलिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने मंगलवार को देश में जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्हाेंने कहा कि अगर वह वास्तव में गरीबों के लिए न्याय चाहते हैं तो उन्हें और समाज के अन्य धनी लोगों को आरक्षण का लाभ छोड़ देना चाहिए।


बलिया (पीटीआई)। भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने मंगलवार को देश में जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं नीतीश कुमार और अन्य लोगों से अनुरोध करता हूं, जो सामाजिक न्याय की बात करते हैं, अगर वे वास्तव में अपने गरीब पिछड़े वर्ग के भाइयों के लिए न्याय चाहते हैं, तो उन्हें और अन्य अमीर लोगों को आरक्षण कोटा से बाहर निकलना चाहिए। भाजपा विधायक ने कहा कि ऐसा करने से पिछड़े वर्ग के गरीब लोगों को आरक्षण का लाभ मिलेगा। उनकी टिप्पणी नीतीश कुमार के नेतृत्व में 10 दलों के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा जाति जनगणना की मांग के समर्थन में सोमवार को नई दिल्ली में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद आई है।नीतीश कुमार ने जाति आधारित जनगणना के गिनाए फायदे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के दौरान सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विभिन्न जातियों के आंकड़े विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से तैयार करने में मदद करेंगे क्योंकि उनमें से कई को अब तक उनकी वास्तविक आबादी के अनुरूप लाभ नहीं मिला है। राजद नेता तेजस्वी यादव, जो प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, ने कहा था कि इस तरह की जनगणना राष्ट्रीय हित में है और यह एक ऐतिहासिक उपाय होगा और समाज के गरीब और सबसे वंचित वर्गों की मदद करेगा।पीएम मोदी से मुलाकात होने वाले सदस्यों में ये नेता थे शामिलप्रतिनिधिमंडल सीएम नीतीश के अलावा तेजस्वी प्रसाद यादव, जद (यू) नेता विजय कुमार चौधरी, जो शिक्षा और संसदीय मामलों के मंत्री भी हैं। पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा और भाजपा नेता और बिहार के मंत्री जनक राम, भाकपा-माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, एआईएमआईएम के अख्तरुल इमाम, वीआईपी के मुकेश साहनी, भाकपा के सूर्यकांत पासवान और माकपा के अजय कुमार भी शामिल थे।

Posted By: Shweta Mishra