दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में 24 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से हड़कंप मचा है। मामले के सामने आने के बाद तब्लीगी जमात को बैन करने की मांग हो रही है। दरगाह आला हजरत ने केंद्र सरकार से तब्लीगी जमात के आयोजकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की डिमांड की है।

बरेली (उत्तर प्रदेश) (आईएएनएस)। यूपी में स्थित दरगाह आला हजरत ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह और विदेश मंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर तब्लीगी जमात पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है। ट्रस्ट ने कहा लाॅकडान के बाद मरकज में तब्लीगी जमात का आयोजन करने वाले आयोजकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। शरीफ दरगाह या दरगाह-ए-आला हजरत उत्तर प्रदेश के बरेली में स्थित अहमद रजा खान की दरगाह या स्मारक है। अहमद रजा खान 19 वीं शताब्दी के 'अहले सुन्नत' थे, जिन्हें भारत में वहाबियों के कट्टर विरोध के लिए जाना जाता है।

बैन लगाने के साथ आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे सरकार

आला हजरत ट्रस्ट के अध्यक्ष मोहतशिम रजा खान ने कहा कि तब्लीगी जमात के गैर-जिम्मेदार आयोजकों ने न तो सुरक्षा की परवाह की और न ही लोगों स्वास्थ्य की। उन्होंने यह आयोजन डब्ल्यूएचओ द्वारा कोरोना को महामारी घोषित करने के बाद भी किया। इस प्रोग्राम ने देश और लोगों को गंभीर रूप से खतरे में डाल दिया है। खास बात तो यह है कि जमात में शामिल कई लोग अस्वस्थ थे लेकिन सरकार को सूचना नहीं दी गई। इसमें हलवा हम उनके गैरजिम्मेदाराना व्यवहार की निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि सरकार को इस पर बैन लगाने के साथ आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

बुधवार तड़के सुबह तक कुल 2,100 लोगों को यहां से निकाला गया

दक्षिणी दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज ने 13 मार्च से तब्लीगी जमात शुरू की थी। इसमें बड़ी संख्या में पूरे देश से लोग शरीक हुए थे। इसके अलावा तब्लीगी जमात में सैकड़ों विदेशियों का भी जमावड़ा रहा। हालांकि दो दिन पहले दिल्ली प्रशासन द्वारा इस मरकज को खाली करा दिया गया। मंगलवार देर रात तक कोरोनोवायरस पॉजिटिव के 24 मामलों का पता लगा है। मरकज के लोगों को क्वाॅरंटीन किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि बुधवार तड़के सुबह तक कुल 2,100 लोगों को यहां से निकाला गया है ।

Posted By: Shweta Mishra