- सपाइयों के चेहरों पर लौटी रौनक

- जीत के प्रति आश्वस्त, 43 का समर्थन

GORAKHPUR: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए सोमवार को अंतिम बिसात बिछ गई। नामांकन वापसी के अंतिम दिन किसी उम्मीदवार ने नाम वापस नहीं लिया। तीनों प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने से सरगर्मी परवान चढ़ गई। दोपहर तीन बजे तक नामांकन वापसी का इंतजार करने के बाद प्रशासनिक अफसरों ने पुष्टि की। उधर कैबिनेट मंत्री राज किशोर सिंह के जिले में ठहरने का असर नजर आया। तीन दिन बाद सपा नेता अपने प्रत्याशी की जीत के प्रति आश्वस्त नजर आए। सपाइयों ने दावा किया कि 43 जिला पंचायत सदस्यों ने गीताजंलि को समर्थन दे दिया है।

मुख्यमंत्री की दिलचस्पी से खास हुआ चुनाव

गोरखपुर जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सीएम दिलचस्पी ले रहे हैं। सपा के प्रदेश अध्यक्ष, सीएम ने पार्टी प्रत्याशी गीतांजलि के खिलाफ चुनाव गतिविधियों में लिप्त रहने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखाकर कड़ा संदेश दिया है। भाजपा विधायक विजय बहादुर यादव के भाई अजय बहादुर यादव और यशवंत सिंह ने गीतांजलि के विरोध में चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा विधायक ने पहले कोशिश की थी कि उनके भाई को सपा अपना प्रत्याशी बना ले, लेकिन पार्टी के पुराने कार्यकर्ता मनुरोजन यादव की पत्‍‌नी गीतांजलि के नाम घोषणा प्रदेश नेतृत्व ने कर दी। गीतांजलि के उम्मीदवार घोषित होने के बाद कई लोगों ने बगावत का बिगुल फूंक दिया।

किसी ने नहीं लिया नाम वापस

सोमवार को नाम वापसी की तारीख थी। सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक चुनाव अधिकारी प्रत्याशियों का इंतजार करते रहे। दोपहर तीन बजे के बाद जिला प्रशासन ने तीनों उम्मीदवारों गीतांजलि, अजय बहादुर और यशवंत का नाम फाइनल कर दिया। सात जनवरी को होने वाले चुनाव में तीनों उम्मीदवार जोर आजमाईश करेंगे। नामांकन वापसी का समय गुजरने के बाद राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई। सपा नेताओं ने दावा किया उनके पास 43 सदस्यों का पूर्ण समर्थन है। इसलिए जीत का दावा करने वाले अजय बहादुर पस्त हो जाएंगे।

पार्टी के साथ राजमति, अमरेंद्र

पिपराइच की सपा विधायक राजमति और उनके बेटे अमरेंद्र पार्टी उम्मीदवार के साथ हैं। सपा नेताओं ने सोमवार को इसकी पुष्टि कर दी। अमरेंद्र ने कहा कि वह सीएम का बहुत सम्मान करते हैं। मुख्यमंत्री उनके लिए आदर्श हैं। इसलिए उनसे मिलकर सारी बात बता दी गई है। सभी लोग पार्टी प्रत्याशी के साथ हैं। गीतांजलि की जीत से गोरखपुर में सपा को मजबूती मिलेगी। सपा जिलाध्यक्ष डॉक्टर मोहसिन खां ने कहा कि सुबह का भूला शाम को लौटकर घर आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते।

बागी लगा रहे मंत्री पर आरोप

सपा प्रत्याशी के खिलाफ बागी तेवर दिखाने वाले नेता कैबिनेट मिनिस्टर राज किशोर सिंह पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। सोमवार को अजय बहादुर के चुनाव प्रभारी, पूर्व सपा नेता कुंवर प्रताप सिंह ने कहा कि राज किशोर सत्ता के मद में हैं। यदि उन्होंने अलोकतांत्रिक तरीके से गीतांजलि को जिताने का प्रयास किया तो सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया जाएगा। उधर अजय बहादुर के चुनाव संचालन समिति अध्यक्ष काली शंकर ने कहा कैबिनेट मिनिस्टर जिला प्रशासन पर फर्जी कैंपेनियन वोटर बनाने का दबाव दे रहे हैं। चुनाव हारने की दशा में वह किसी तरह की गड़बड़ी कर सकते हैं।

तनाव में अमरेंद्र समर्थक

सपा विधायक राजमति निषाद और उनके बेटे अमरेंद्र की वाई श्रेणी सुरक्षा हटाए जाने से समर्थक तनाव में आ गए हैं। विधायक के समर्थकों ने जानमाल के खतरे को देखते हुए सुरक्षा वापस करने की मांग की। विधायक समर्थकों ने कहा कि अमरेंद्र ने सीएम ने मिलकर सारी बात कह दी है। वह पूरी तरह से सपा प्रत्याशी के साथ हैं, इसलिए उनको सुरक्षा मिलनी चाहिए।

विधायक राजमति और उनके बेटे अमरेंद्र सपा के साथ हैं। चुनाव में पार्टी प्रत्याशी की तस्वीर बिल्कुल साफ हो चुकी है। विपक्ष के लोग अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।

डॉ। मोहसिन खां, जिला अध्यक्ष सपा

Posted By: Inextlive