-ट्रेन और जंक्शन पर बिल लेना कंपल्सरी होने का रूल पैसेंजर्स को नहीं पता

-'नो बिल, फ्री फूड' का पोस्टर लगाकर फूड स्टॉल्स संचालक कर रहे खानापूर्ति

balaji.kesharwani@inext.co.in

PRAYAGRAJ: रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में वेंडर्स की मनमानी रोकने व ओवर चार्जिग पर लगाम लगाने के लिए रेल मंत्रालय ने 'नो बिल, फ्री फूड' का आदेश जारी कर रखा है। वेंडरों ने भी अपने स्टॉल पर 'बिल नहीं तो खाना-सामान फ्री' का पोस्टर भी लगा रखा है। लेकिन यहां पैसेंजर्स को ही नहीं पता कि सामान व खाना लेने के लिए बिल लेना जरूरी है। कस्टमर्स को यह बात मालूम न होने का फायदा वेंडर्स खूब उठा रहे हैं। मंगलवार को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक और तीन पर जानी क्या है हकीकत

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टाइम: 1.10 बजे

स्थान: प्लेटफार्म नंबर वन

हावड़ा से गांधी धाम जाने वाली हावड़ा-गांधी धाम एक्सप्रेस जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर-1 पर पहुंची। ट्रेन रुकते ही पैसेंजर्स कुछ खाने-पीने की तलाश में फूड स्टॉल की तरफ बढ़े। पैसेंजर्स बिल ले रहे हैं या नहीं, वेंडर्स पैसेंजर को बिल दे रहे हैं या नहीं, यह जानने के लिए रिपोर्टर पैसेंजर्स के पीछे खड़ा हो गया। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि एक भी पैसेंजर ने बिल नहीं मांगा। वहीं 'बिल नहीं तो सामान-खाना फ्री' का नोटिस लगाने के बावजूद महिला वेटिंग रूम के बगल में स्थित फूड स्टॉल संचालक बिल नहीं दे रहा था।

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समय: 1.40 बजे

स्थान: प्लेटफार्म नंबर 3

सियालदह से अजमेर एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर तीन पर खड़ी थी। फूड स्टॉल पर पैसेंजर्स की भीड़ लगी हुई थी। पैसेंजर्स आते, वेंडर से सामान का रेट पूछते। वेंडर जो रेट बताता, उसका पेमेंट करके सामान ले जाते। यहां पर भी न तो पैसेंजर्स ने बिल मांगने की जहमत उठाई और न ही फूड स्टॉल संचालकों ने बिल देने की।

बॉक्स

बिल भी लेना होता है क्या?

फूड स्टॉल से सामान लेने वाले पैसेंजर्स से रिपोर्टर ने बातचीत की। जब उनसे पूछा गया कि आपने बिल लिया तो ज्यादातर का जवाब नहीं था। बिल लेना जरूरी है, बिल न देने पर सामान-खाना फ्री का रेलवे ने नियम बना रखा है ऐसे नियमों से भी पैसेंजर्स पूरी तरह से अनजान दिखे।

कॉलिंग

ट्रेन रुकने पर मैंने खाना खरीदा। वेंडर ने जो रेट बताया मैंने उसे पे कर दिया। न तो मैंने बिल मांगा और न ही उसने बिल दिया। मुझे नहीं पता कि बिल लेना भी जरूरी है।

-अशोक कुमार

बिल देने पर ही सामान का पेमेंट किए जाने का रेल मंत्रालय का आदेश बहुत बढि़या है। लेकिन हमें इस नियम की जानकारी नहीं है। अब जानकारी हो गई है तो इसका पालन जरूर करेंगे।

-गुड्डू

यह बात सही है कि वेंडर ओवरचार्जिग करते हैं। लेकिन पैसेंजर्स के पास भी इतना समय नहीं रहता है कि वो लाइन में खड़े होकर पहले बिल लें, फिर सामान। नियम का पालन किया तो ट्रेन मिस हो सकती है।

मो। शाहिद

वर्जन-

नो बिल फ्री, फूड का आदेश रेलवे ने जारी कर रखा है। अभियान चलाकर सभी वेंडर्स को अवगत कराने के साथ ही नोटिस भी लगाया जा चुका है। अब पैसेंजर्स की भी जिम्मेदारी है कि वो वेंडर से बिल मांगे। अगर वेंडर बिल नहीं देता है, पैसेंजर्स से विवाद करता है तो पैसेंजर्स आरपीएफ, जीआरपी व रेलवे अधिकारियों से बातचीत करे, उसकी पूरी मदद करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

-सुनील कुमार गुप्ता

पीआरओ, इलाहाबाद मंडल

Posted By: Inextlive