- 12वीं के स्टूडेंट्स को बोर्ड में नहीं मिलेगा रि-चेकिंग का लाभ

- बोर्ड साल 2017 से बंद कर रहा कॉपी रि-चेकिंग की सुविधा

DEHRADUN: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन से एफिलिएटेड स्कूलों के स्टूडेंट्स बोर्ड ख्0क्7 एग्जाम में कॉपी रि-चेकिंग की सुविधा से महरूम रहेंगे। बोर्ड ने क्ख्वीं के स्टूडेंट्स के लिए कॉपी रि-चेकिंग की व्यवस्था खत्म करने का फैसला किया है। बोर्ड का मानना है कि हर साल भारी संख्या में स्टूडेंट्स रि-इवैल्युएशन की सुविधा का बेवजह इस्तेमाल करते हैं। हालांकि बोर्ड के इस फैसले के बाद स्टूडेंट्स और शिक्षक वर्ग में थोड़ी निराशा देखने को मिल रही है।

सीबीएसई अगले सेशन से रि-इवैल्युएशन की व्यवस्था बंद कर देगा। बोर्ड का कहना है कि एग्जाम के नियमों में संशोधन करने का निर्णय एजुकेशन की क्वॉलिटी सुधारने के मकसद से लिया गया है। ताकि पूरे सिस्टम को बेहतर बनाने के साथ ही ट्रांसपेरेंट किया जा सके। बोर्ड का कहना है कि क्ख्वीं बोर्ड एग्जाम में हासिल मा‌र्क्स को लेकर अक्सर स्टूडेंट्स संतुष्ट नहीं रहते। इसी को देखते हुए स्टूडेंट्स को यह अधिकार दिया गया था। ताकि वे रिजल्ट को लेकर संतुष्ट हो सकें। लेकिन बीते कुछ वक्त में स्टूडेंट्स द्वारा इस अधिकार का बेवजह यूज किया जा रहा है। इसी को देखते हुए ख्0क्7 से क्ख्वीं के स्टूडेंट्स के लिए यह सुविधा बंद की जा रही है। इसके निर्णय के बाद स्टूडेंट्स किसी भी सब्जेक्ट का रि-इवैल्युएशन नहीं करा सकेंगे।

क्या कहते हैं एक्सप‌र्ट्स

यह बात सही है कि कई बार स्टूडेंट्स इस अधिकार का बेवजह यूज करते हैं, लेकिन बोर्ड के इस फैसले के बाद स्टूडेंट्स के अधिकार सीमित हो जाएंगे। बोर्ड को इस सुविधा के स्थान पर कोई ठोस विकल्प भी देना चाहिए।

---- जगदीश पांडे, प्रिंसिपल, जिंप पायनियर स्कूल

ट्रांसपेरेंसी बोर्ड की प्रायॉरिटीज में सबसे ऊपर है। दरअसल बीते कुछ वक्त में देखा गया है कि बहुत कम स्टूडेंट्स होते हैं जिनकी रि-इवैल्युएशन वास्तविक पाई जाती है। इसी को देखते हुए बोर्ड ने यह निर्णय लिया है।

----- रनवीर सिंह, रीजनल ऑफिसर, सीबीएसई देहरादून

Posted By: Inextlive