- घाट किनारे जमा कचरा, अस्तित्व के लिए बना संकट

- 'स्वच्छ पर्यावरण, स्वच्छ जीवन' के तहत आई नेक्स्ट करेगा राजघाट की सफाई

GORAKHPUR:

नदियों को जीवनदायिनी कहा गया है और आज नदियों की जिंदगी पर ही खतरा है। यकीन न हो तो किसी दिन फुरसत निकालकर शहर से होकर गुजरने वाली राप्ती के घाटों पर टहल आइए। राजघाट पर गंदगी के अंबार को देखकर आपको शायद यकीन न हो कि पुराणों में वर्णित इस पावन नदी का आज ये हाल है। व‌र्ल्ड एनवायरमेंट डे करीब है। इससे पूर्व आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने राप्ती के घाटों का रियलटी चेक किया। इसमें नदी के प्रमुख घाट राजघाट की हालत सबसे दयनीय नजर आई।

हर तरफ बिखरा है कचरा

राप्ती नदी के राजघाट पर शहर में रहने वाले लोगों के घरों का कूड़ा जमा मिला। चूंकि राजघाट पर ही शवदाह भी होता है, ऐसे में यहां शवयात्रा के दौरान इस्तेमाल हुए सामान बहुतायत में बिखरे मिले। कहीं पर फूल, कहीं प्लास्टिक के बोरे तो कहीं दूसरे यूज्ड आइटम्स फेंके हुए दिखे।

ऐसे में घाट की हालत देखकर नदी के दुर्भाग्य पर रोना आता है। राजघाट पर कदम रखना मुहाल है। यहां फैली गंदगी के चलते यहां का पानी पीना तो छोडि़ए हाथ धोने लायक भी नहीं बचा है।

बॉक्स में

आई नेक्स्ट ने उठाया सफाई का बीड़ा

पर्यावरण दिवस के मौके पर आई नेक्स्ट राप्ती के घाटों को साफ करने को लेकर एक खास एक्टिविटी 'स्वच्छ पर्यावरण, स्वच्छ जीवन' शुरू करने जा रहा है। इस एक्टिविटी के तहत तीन जून को आई नेक्स्ट सिटी के विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं, राप्ती संस्कृति संरक्षण न्यास, आनंद ग्रामोद्योग सहित करीब आधा दर्जन अन्य संस्थाओं के साथ राजघाट की सफाई का अभियान चलाएगा। इसके तहत लोगों के घाटों और पानी के गंदा होने मानव और जलीय जीवन पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया जाएगा। इस दौरान बड़ी मात्रा में लोग श्रमदान करेंगे।

Posted By: Inextlive