-डीएम एसपी, एलआईयू की मदद के साथ एसटीएफ भी होगी तैनात

- 10 से 17 मई के बीच हो सकती है परीक्षा

LUCKNOW: प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों में एडमिशन के लिए होने वाली कंबाइंड प्री मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी) दागी सेंटर्स पर नहीं कराई जाएगी। साथ ही केंद्रों के चयन के लिए डीएम, एसपी के साथ ही खुफिया विभाग की मदद ली जाएगी। एग्जाम के दौरान एसटीएफ भी तैनात की जाएी। गौरतलब है कि इस बार सीपीएमटी कराने की जिम्मेदारी जिम्मा फैजाबाद के डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को सौंपी गई है।

पिछले साल लगे थे आरोप

पिछले कुछ सालों में सीपीएमटी कई बार आरोपों के घेरे में आई। पेपर आउट होने के शक में एग्जाम भी दोबारा कराना पड़ा था। जिसके कारण प्रदेश सरकार इस बार पहले से ही फूल प्रूफ परीक्षा कराने की तैयारी कर रही है। डीजी मेडिकल एजूकेशन डॉ। अनूप चंद्र पांडेय और अवध विश्वविद्यालय के वीसी प्रो। जीसीआर जायसवाल सहित अन्य अधिकारियों ने बैठक कर विचार-विमर्श किया। मीटिंग में कहा गया कि इस बार कोई भी दागी संस्थान सेंटर नहीं बनेगा। ऐसे स्कूल, कॉलेज भी केंद्र नहीं बनेंगे, जो यूपी बोर्ड की परीक्षा के दौरान कभी भी काली सूची में डाले गए हैं या संदिग्ध रहे हैं। इसके लिए डीएम, एसपी और एलआईयू की मदद भी ली जाएगी। प्रमुख सचिव ने बताया कि एग्जाम में पारदर्शिता लाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। सुरक्षा की फूल प्रूफ व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। वीसी के अनुसार केंद्रों पर गड़बड़ी रोकने के लिए एसटीएफ तैनात करने का प्रस्ताव आया है। आवेदन के स्तर से ही पूर्ण पारदर्शिता पर जोर रहेगा।

मई में होगी परीक्षा

इस बार सीपीएमटी 10 से 17 मई के बीच किया जाएगा। कोर्ट के निर्देशों के अनुसार हर हाल एक जून तक रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। छह जुलाई से 15 जुलाई के बीच काउंसिलिंग का पहला चक्र पूरा किया जाएगा और 22 जुलाई तक एडमिशन लेना आवश्यक होगा। 10 से 22 अगस्त तक दूसरे राउंड की काउंसिलिंग होगी। इस काउंसिलिंग में आवंटन के अनुरूप 28 अगस्त तक प्रवेश लेना होगा। इस बीच एक अगस्त से शैक्षिक सत्र शुरू हो जाएगा। 31 अगस्त तक सभी छात्र-छात्राओं के प्रवेश समाप्त हो जाएंगे। आल इंडिया कोटे की सीटों पर 9 अगस्त तक एडमिशन न हो पाने की स्थिति में सभी सीटें स्टेट कोटे में दे दी जाएंगी।

Posted By: Inextlive