RANCHI: अभी झारखंड में मानसून ने दस्तक भी नहीं दी है और चुटिया के अमर चौक में रहने वाले लोगों को बारिश का डर सताने लगा है। लोगों की नींद यह सोचकर उड़ गई है कि प्री मानसून में ही घर डूब गए थे, तो बरसात में क्या स्थिति होगी। हो भी क्यों न, हल्की बारिश में ही उनका मोहल्ला तालाब में तब्दील हो जाता है। ऐसे में इस बार भी बरसात में लोअर चुटिया के अमर चौक का डूबना तय है। इसे लेकर कई बार लोगों ने पार्षद से कंप्लेन भी की, लेकिन न तो नाली बनाने पर ध्यान दिया गया और न ही वहां से पानी निकालने की कोई व्यवस्था की गई।

गंदा पानी की निकासी नहीं

अमर चौक के पास रोड में पुलिया बनाई गई थी, जिससे नाले के पानी की निकासी होनी थी। लेकिन कचरा जाते-जाते पुलिया पूरी तरह से जाम हो गया। वहीं, सफाई नहीं होने के कारण पानी ठहर गया है। ऐसे में जब बरसात होती है तो सारा पानी रोड पर बहने लगता है। वहीं रोड से नीचे के घरों में भी गंदा पानी भर जाता है।

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चुटिया में अपना घर होना हमारे लिए मुसीबत बन गया है। ऐसा लगता है कि नर्क में रह रहे हैं। वैसे तो नाली का पानी रिसता रहता है। वहीं बारिश हो जाए तो पूरा पानी हमारे घर में आ जाता है। अब घर में आराम से रहें या पानी निकालते रहें। पानी निकासी की कोई व्यवस्था ही नहीं है। ऊपर से पुलिया भी जाम हो गई है। आखिर पानी कहां से निकलेगा। सालों से इसकी सफाई नहीं कराई गई है।

नंदन केशरी

हमलोगों का घर में रहना मुश्किल हो गया है। गंदा पानी घर में घुस जाता है तो स्थिति नर्क जैसी बन जाती है। बहुत मुश्किल से पानी निकाल पाते है। सफाई होती नहीं है और पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है। आखिर हमलोग टैक्स किस चीज के लिए नगर निगम को देते हैं। इस बार भी बारिश में हमलोग परेशानी झेलने को विवश हैं।

श्याम चौधरी

जिनलोगों के घर ऊंचाई पर हैं, उन्हें तो परेशानी नहीं है। लेकिन हमलोगों की तो दुकान के सामने ही तालाब बन जाता है। दुकान से निकलना चुनौती बन जाता है। अगर इस बार भी व्यवस्था नहीं सुधारी गई तो हमलोगों को घर में कैद रहना पड़ेगा। कस्टमर्स को भी काफी परेशानी होती है। अधिकारियों को इस पर तत्काल कुछ एक्शन लेना चाहिए।

अमन कुमार

दुकान के सामने तालाब बन जाता है। कस्टमर्स तो पानी देखकर लौट जाते हैं। स्कूल जाते वक्त बच्चे भी पानी में घुसकर जाते है। सफाई करने वाले तो आते ही नहीं हैं। अगर सफाई रेगुलर कराई जाए और पानी की निकासी की व्यवस्था हो जाए तो थोड़ी राहत मिलेगी। पार्षद को भी इसकी चिंता नहीं है। आम पब्लिक के बारे में तो ध्यान देने की जरूरत है।

पूनम पांडेय

हमलोग तो किसी तरह से गुजारा कर रहे हैं। अपनी दुकान चलाते हैं तो पानी जम जाने के कारण काफी परेशानी हो जाती है। गाडि़यां जब गुजरती हैं तो सीधे दुकान में पानी आ जाता है। मजबूरी में सारा सामान अंदर करना पड़ता है। सफाई तो देखकर नहीं लगता कि इस बार भी समस्या से मुक्ति मिलने वाली है। नाली को आधा बनाकर छोड़ दिया गया है।

रतन कुमार

डॉ। किरण कुमारी, असिस्टेंट हेल्थ ऑफिसर, आरएमसी से सीधी बात

डीजे आईनेक्स्ट : सिटी के कई इलाकों में अब भी नालियों की स्थिति ठीक नहीं है?

जवाब : बरसात से पहले सभी मुख्य नालियों की सफाई कराई जा रही है। इसके बाद अन्य इलाकों की भी सफाई कराई जाएंगी।

डीजे आईनेक्स्ट : मानसून आने में एक हफ्ते बचे हैं, तैयारी क्या है?

जवाब : इसके लिए काफी संख्या में स्टाफ भी लगाए गए हैं। हमलोगों ने इससे निपटने की पूरी तैयारी कर रखी है।

Posted By: Inextlive