जूनियर्स के हॉस्टल में सीनियर्स की नो एंट्री
- मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के नए सेशन की लगी पहली क्लॉस
- रैगिंग रोकने के लिए सीनियर्स की जूनियर हॉस्टल जाने पर लगी पाबंदी - सीसीटीवी कैमरों के साथ प्राइवेट सिक्योरिटी भी लगवाई KANPUR: मेडिकल कॉलेज में ट्यूजडे से एमबीबीएस बैच का नया सेशन शुरू हो गया। प्रिंसिपल और कॉलेज के डीन डॉ। नवनीत कुमार ने नए स्टूडेंट्स की पहली क्लॉस लेकर उन्हें मेडिकल कॉलेज की हिस्ट्री और नए स्टूडेंट्स को इस कॉलेज में होने का महत्व बताया। कुछ स्टूडेंट्स खुश तो कुछ सहमेट्यूजडे को नए सेशन की पहली क्लॉस खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स हॉस्टल पहुंचे। बीएच- 5 हॉस्टल को नए स्टूडेंट्स के लिए साफ कराया गया था। अपने बच्चों को छोड़ने के लिए उनके पैरेंट्स भी आए थे। किसी की आंख में आंसू थे तो कोई अपने करियर की नई उड़ान को लेकर खुश था। हॉस्टल की मेस में पैरेंट्स और स्टूडेंट्स सभी को खाना खिलाया गया। वहीं रैगिंग का खौफ भी कुछ स्टूडेंट्स में साफ नजर आ रहा था।
एंटी रैगिंग स्क्वायड भी सक्रियफर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स को रैगिंग से बचाने के लिए पूरे कैंपस में एंटी रैगिंग स्क्वायड को पेट्रोलिंग करने के आदेश दिए गए हैं। वहीं सेकेंड व अन्य ईयर के स्टूडेंट्स की बीएच-5 हॉस्टल में एंट्री बैन कर दी गई है। वार्डन डॉ। प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि हॉस्टल में सीसीटीवी कैमरों के अलावा दो प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा कम्यूनिटी से लेकर पूरे कैंपस में नजर रखी जा रही है। नए स्टूडेंट्स को एंटी रैगिंग स्क्वायड के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों के नंबर भी मुहैया कराए गए हैं।