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छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) से संबंद्ध तीनों जिलों के महिला कॉलेजों को इस वर्ष भी फ्री बस सेवा नहीं मिल पाएगी। सेशन 2019-20 के लिए भी सरकार ने अभी तक बस सर्विस देने का मसौदा तैयार नहीं किया है। इससे केयू में पढ़नेवाली करीब 27 हजार ग्रामीण छात्राओं को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।

की गई थी घोषणा

योजना के अंतर्गत ग्रामीण और टाउन एरिया से नियमित कॉलेज आने वाली छात्राओं को घर से कॉलेज लाने और छोड़ने के लिए 17 बसें देने की घोषणा की गई थी। पूर्वी सिंहभूम में तीन महिला महाविद्यालय हैं। योजना के परवान चढ़ने पर सबसे अधिक लाभ शहर के महिला कॉलेजों को ही मिलना था।

महिला सुरक्षा को बनी थी योजना

हर दिन ग्रामीण से आने वाली छात्राओं को सुलभ यात्रा के साथ ही सुरक्षा देने के लिहाज से बस चलाने का मसौदा बनाया गया था। फ्री बस सेवा योजना के परवान न चढ़ने से छात्राएं असुरक्षा के साथ कॉलेज से घर तक का सफर तय कर रही हैं। प्राइवेट वाहनों से सफर के चलते वह कई बार देर से कॉलेज पहुंचती हैं।

इन इलाकों में मिलनी थी सुविधा

फ्री बस सर्विस के लिए कोल्हान में आने वाले पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल, सोनुआ, मनोहरपुर, चक्रधरपुर, चाकुलियां, चौड़ा, बहरागोड़ा, गुणाबांधा, बोडाम, डुमरियां, धालभूमगढ़, नीमडीह, ईचागढ़, कुकुडू, जगन्नाथपुर आदि जगहों से शहर में पढ़ने आने वाली सरकारी स्कूलों की छात्राओं को बस सेवा दी जानी थी।

महिला कॉलेजों की सुरक्षा राम भरोसे

शहर में बने महिला कॉलेजों की सुरक्षा राम भरोसे ही चल रही हैं। शहर में दो महिला कॉलेज और चार कंबाइड कॉलेज हैं। इनमें से किसी भी कॉलेज में पुरुष या महिला होमगार्ड की तैनाती भी नहीं की गई हैं। इससे कॉलेज में आय दिन बाहरी छात्र कॉलेज में घुसकर मारपीट करते हैं। वीमेंस कॉलेज में प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी के गार्ड तैनात है, जबकि ग्रेजुएट कॉलेज में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी के हवाले ही कॉलेज की सुरक्षा हैं। केयू के महिला कॉलेज

ग्रेजुएट कॉलेज जमशेदपुर

वूमेंस कॉलेज जमशेदपुर

महिला कॉलेज चाईबासा

मार्डन महिला कॉलेज खरसावां

एमबीडी महिला कॉलेज घाटशिला

को-ऑपरेटिव कॉलेज जमशेदपुर

केयू से संबद्ध सरकारी महिला महाविद्यालय में पढ़ाई कर रही ग्रामीण और टाउन इलाकों की छात्राओं को फ्री बस सेवा देने की योजना थी। ट्रेवल कंपनियां निर्धारित रूट पर बस चलाने को ही तैयार है। टेंडर प्रक्रिया में टेंडर न डाले जाने से अभी तक बस सेवा नहीं मिल सकी है।

-शुक्ला मोहंती, वीसी, केयू, चाईबासा

Posted By: Inextlive