ये हैं वो पूर्व सीएम जिन्हें खाली करना है सरकारी मकान
सुप्रीम कोर्ट ने दिया दो महीने का समय
जस्टिस यूयू ललित और नागेश्वर रॉव की बैंच ने भी फैसला सुनाते हुए कहा कि पद से हटने के बाद सरकारी आवास नहीं दिए जा सकते हैं। एनजीओ लोक प्रहरी ने 1997 में जारी सरकारी आदेश को चुनौती दी थी। 2004 में दायर इस याचिका पर नवंबर 2014 में सुनवाई पूरी हुई। डेढ़ साल बाद दिए फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को जीवन भर के लिए सरकारी आवास नहीं दिया जा सकता। कोर्ट के इस फैसले का सीधा असर उन डी तिवारी, रामनेरश यादव, कल्याण सिंह, मुलायम सिंह यादव, मायावती, राजनाथ सिंह पर पड़ेगा। कोर्ट ने सभी को 2 महीने में सरकारी आवास खाली करने पड़ेंगे।
पहले भी जारी हो चुका है मकान खाली करने का आदेश
1996 में इसे इलाहाबाद हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी तब यूपी सरकार ने 1997 में पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला देने का एक सरकारी आदेश जारी कर दिया। इस आदेश को एक्ट का सीधा उल्लंघन बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। अब याचिकाकर्ता की दलीलों को सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया है। इस फैसले का असर मध्य प्रदेश और बिहार समेत उन तमाम राज्यों पर पड़ेगा जिन्होंने बिना ज़रूरी कानूनी प्रावधान के पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगला देने की व्यवस्था बनाए रखी है।
एक समय में ले रहे थे कई सरकारी मकान
एनजीओ ने अपनी याचिका में उत्तर प्रदेश मिनिस्टर्स सैलरीज अलाउंस एंड अदर फैसिलिटीज एक्ट 1981 का हवाला दिया था। इस एक्ट के सेक्शन 4 में कहा गया है कि मंत्री और मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए एक निशुल्क सरकारी आवास के हकदार हैं। पद छोड़ने के 15 दिन के भीतर उन्हें सरकारी मकान खाली करना उत्तर प्रदेश में इस कानून के विरुद्ध मुख्यमंत्री खुद ही अपने आप को दूसरा बंगला आवंटित कर रहे थे। पद से हटने के बाद वो उस बंगले में रहना शुरू कर देते थे। एक समय में न सिर्फ एक से ज्यादा बंगले ले रहे थे बल्कि बिना कानूनी प्रावधान के पद छोड़ने के बाद भी सरकारी बंगले में रह रहे थे।
पूर्व मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल जिन्हे खाली करना है सरकारी आवास
एन डी तिवारी- 21 जनवरी 1976 से 30 अप्रेल 1977
राम नरेश यादव- 29 जून 1977 से 27 फरवरी 1979
एन डी तिवारी- 3 अगस्त 1984 से 24 सितंबर 1984
एन डी तिवारी- 25 जून 1988 से 5 दिसंबर 1989
मुलायम सिंह यादव- 5 दिसंबर 1989 से 24 जून 1991
कल्याण सिंह- 24 जून 1991 से 6 दिसंबर 1992
मुलायम सिंह यादव- 4 दिसंबर 1993 से 3 जून 1995
मायावती- 3 जून 1995 से 18 अक्टूबर 1995
मायावती- 21 मार्च 1997 से 21 सितंबर 1997
कल्याण सिंह- 21 सितंबर 1999 से 12 नवंबर 1999
राजनाथ सिंह- 28 अक्टूबर 2000 से 8 मार्च 2000
मायावती- 3 मई 2002 से 29 अगस्त 2003
मुलायम सिंह यादव- 29 अगस्त 2003 से 13 मई 2007
मायावती- 13 मई 2007 से 15 मार्च 2012