रांची: राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में कोरोनावायरस पॉजिटिव केस की संख्या लगातार बढ़ रही है। लेकिन लोग हैं कि मानने को तैयार नहीं हैं। सरकार ने जो गाइडलाइंस जारी की है उसकी अनदेखी हर जगह हो रही है। खासकर राजधानी की हर सड़क के चौक-चौराहों पर और सड़क किनारे ठेले-खोमचे वालों की दुकान सज चुकी है, चाउमिन चिली से लेकर बर्रा, धुसका और लिट्टी-चोखा बिक रहा है। जबकि प्रशासन ने इनको खोलने का आदेश नहीं दिया है। जिला प्रशासन द्वारा सिर्फ रेस्टॉरेंट्स को टेक अवे फैसिलिटी शुरू करने का निर्देश दिया है। लेकिन ठेले-खोमचे वाले नहीं मान रहे हैं और बिना किसी तैयारी के बिना मास्क व ग्लब्स पहने बिना हाइजीन का ध्यान रखे लोगों को खिला रहे हैं।

रातू रोड चौराहे पर भीड़

रातू रोड चौराहा से लेकर पिस्का मोड़ तक कई ठेले की दुकानें लगी हुई हैं। इनमें कुछ ठेलों पर लिट्टी तो किसी में समोसा और पकौड़ी बिक रहा है। आसपास के लोग वहां बैठकर खा भी रहे हैं, ठेले-खोमचे वाले बिना किसी हाइजेनिक का ध्यान रखे, लोगों को खाना खिला रहे हैं। प्रशासन को इसकी जानकारी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

मोरहाबादी में मेले जैसा नजारा

मोरहाबादी मैदान में सबसे अधिक ठेले-खोमचे वाले अपना धंधा शुरू कर दिए हैं। हालांकि, लॉकडाउन के पहले मोरहाबादी में पूरा मैदान ठेले-खोमचा से भरा रहता था। अब धीरे-धीरे फिर से ठेला- खोमचा वाले अपना बिजनेस शुरू कर दिए हैं। बिना किसी तैयारी के बिना ग्लव्स या मास्क पहने लोगों को ठेले-खोमचे पर बनी चीजें परोस रहे हैं।

करम टोली चौक पर चाउमिन दुकान

करम टोली चौक पर चाउमिन चिली की दुकानें और लिट्टी का ठेला लगाया जा रहा है। सुबह से ही ठेले वाले ठेला पर ही सारा सामान बनाते हैं और लोगों को खिलाते हैं। ना तो हाइजीन का ध्यान रखा जा रहा है ना ही मास्क पहना जा रहा है। ऐसे में राजधानी के लोग कोरोना से कैसे जंग जीतेंगे।

दिन भर ठेला पर समोसा

लालपुर चौक पर समोसा और आलू चॉप बनाकर ठेला पर रखा रहता है। बालूशाही भी ठेला पर बनाकर सुबह से ही रखा रहता है। कई तरह के कीड़े-मकोड़े उड़ते रहते हैं। सड़क पर धूल-गर्दा उड़ता रहता है, लेकिन उनको ढका तक नहीं जाता है। जब भी कोई कस्टमर आता है तो उसको ऐसे ही बिना किसी तैयारी के खिला दिया जाता है।

Posted By: Inextlive