JAMSHEDPUR: निश्शुल्क शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत मान्यता के लिए प्रपत्र 'एक' के सर्वे में भ्फ् निजी स्कूलों ने कागजात दिखाने से इंकार किया है। यह जानकारी संकुल साधन सेवियों (सीआरपी) ने जिला शिक्षा अधीक्षक को दी है। प्रपत्र एक के तहत स्कूल की सारी जानकारी उपलब्ध करानी है। सोमवार को हुई बैठक में सीआरपी का कहना था कि कई निजी स्कूल उनके अधिकृत होने का प्रमाण मांग रहे हैं और किसी तरह का कोई कागजात नहीं दिखा रहे हैं। इस पर जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने आरटीई सेल प्रभारी एपी मुखर्जी से कहा कि सभी स्कूलों को इस संबंध में सूचित कर दें कि उनके स्कूल में कौन-कौन सीआरपी सर्वे का कार्य कर रहा है। इसके बावजूद भी अगर ये स्कूल कागजात समर्पित नहीं करते हैं तो उन पर विभागीय कार्रवाई के लिए मानव संसाधन विकास विभाग को पत्र लिखा जायेगा।

होगा अंतिम सर्वे भी

ज्ञात हो कि प्रपत्र एक में क्ब्ब् विद्यालयों का सर्वे किया जा रहा है। इसमें 9क् स्कूलों ने कागजात सौंपे हैं। सर्वे का कार्य पूरा होने के बाद जिले का शिक्षा विभाग एक बार फिर अंतिम रूप से सर्वे करेगा। इसके बाद इन स्कूलों को आरटीई के तहत मान्यता के लिए राज्य सरकार को अनुशंसा करेगा। ज्ञात हो कि प्रपत्र एक में स्कूल संबंधी सारी जानकारी मुहैया करानी है।

फी पर बैठक क्8 को

शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों में फी वृद्धि तथा आरटीई से मान्यता के सवाल पर क्8 जनवरी को सभी निजी स्कूलों के प्राचार्यों व प्रबंधन की बैठक बुलाई है। बैठक में क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक अरविंद विजय विलुंग भी उपस्थित रहेंगे। यह बैठक दोपहर दो बजे से आयोजित की गई है।

Posted By: Inextlive