RANCHI : आईपीएल की खुमारी शुरू हो चुकी है। लेकिन रांची के क्रिकेट फैंस को इस साल निराशा हाथ लगी है। कारण है इस बार के आईपीएल फ्रैंचाइजी को रांची का इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम नहीं भाया। जिसकी वजह से इस बार रांची को आईपीएल का एक भी मैच नहीं मिला। ऐसे में रांची के लोगों को इसबार आईपीएल में प्लेयर्स को चीयर्स करने का मौका नहीं मिल पाएगा।

निराश हुए फैंस

आईपीएल के इस सीजन में रांची के क्रिकेट स्टेडियम को एक भी मैच नहीं मिला। जिससे यहां के क्रिकेट प्रेमी निराश है। पिछले सीजन में यहां पांच मैचों का रोमांच देखने को मिला था। ऐसा पहली बार हुआ है जब इस सीजन में एक मैच की भी मेजबानी करने का मौका रांची को नहीं मिला है।

फ्रैंचाइजी को नहीं भाया जेएससीए स्टेडियम

जेएससीए के पीआरओ मनोज कुमार का कहना है कि आईपीएल के मैच मिलना फ्रैंचाइजी के मूड के उपर निर्भर करता है। अगर उनको रांची में मैच करवाने का मन होता है तो मैच मिलते है। लगता है कि इस बार फ्रैंचाइजी को रांची का इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम नहीं भाया और यहां के लिए एक भी मैच शिड्यूल नहीं हुआ। गौरतलब हो कि पिछले साल रांची का इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड चेन्नई सुपरकिंग्स का सेकेंड होम ग्राउंड बना था। वहीं इससे पहले आईपीएल के सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स का होम ग्राउंड रांची बना था।

चेन्नई सुपरकिंग्स के हुए थे पांच मैच

आईपीएल के पिछले सीजन में रांची को पांच मैच चेन्नई सुपरकिंग्स के मिले थे। जिसमें तीन मैच पहले फिक्स थे और बाकी दो मैच चेन्नई के ग्राउंड में कैंसिल होने के कारण मिले थे।

40 लावारिस शवों को मिली मुक्ति

रिम्स के शवगृह में रखे 40 शवों को रविवार को मुक्ति मिल गई। मुक्ति नाम की संस्था ने इन शवों का जुमार नदी के तट पर अंतिम संस्कार किया। किसी अपने के इंतजार में ये शव तीन महीने से रिम्स के शवगृह में पड़े हुए थे। अंतिम संस्कार के पहले सर्वधर्म प्रार्थना सभा आयोजित की गई। इसके बाद शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर मुक्ति संस्था के प्रवीण लोहिया, अतुल गेरा, राम बांगड़, सजीव पोद्दार और अशीष भाटिया उपस्थित थे। शवों के अंतिम संस्कार के लिए नगर निगम की ओर से 150 क्विंटल लकड़ी भी उपलब्ध कराई गई थी।

Posted By: Inextlive