RANCHI : मेगा स्पो‌र्ट्स कॉम्पलेक्स स्थित जिस स्विमिंग स्टेडियम को व‌र्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर व फैसिलिटीज की बदौलत एशियन स्विमिंग चैंपियनशिप की मेजबानी मिली है, आज वहां लोकल स्विमिंग चैंपियनशिप कराना भी मुश्किल है। इसकी वजह स्टेडियम की बदहाली है। स्टेडियम में तीन स्विमिंग पूल हैं, पर मेंटनेंस के अभाव में इसकी स्थिति दयनीय होती जा रही है।

तीन साल में दुर्दशा

करोड़ों रुपए की लागत से बना स्विमिंग स्टेडियम अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। 2011 में नेशनल गेम्स के दौरान इस स्टेडियम की फैसिलिटीज ने खिलाडि़यों और खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया था। लेकिन, पिछले तीन सालों में दिन-ब-दिन स्टेडियम बदहाल होती चली गई। यहां के तीन स्विमिंग पूल में मात्र एक में ही पानी है। इसका भी मेंटनेंस नहीं हो रहा है। ऐसे में यहां स्विमिंग चैंपियनशिप का आयोजन तो दूर, स्विमिंग की प्रैक्टिस करने से भी स्विमर्स कतरा रहे हैं।

साफ-सफाई पर नहीं है ध्यान

स्विमिंग स्टेडियम में स्थित तीनों स्विमिंग पूल की साफ-सफाई में लापरवाही बरती जा रही है। यहां मात्र एक स्विमिंग पूल में पानी है, लेकिन इसे भी रेगुलर साफ नहीं किया जाता है। इवेंट्स होते हैं तभी पानी बदला जाता है। 35 वें नेशनल गेम्स के लिए झारखंड स्विमिंग टीम के लगे कैंप के दौरान स्विमिंग पूल का पानी अंतिम बार बदला गया था। इसके बाद से ही स्विमिंग पूल के पानी को अबतक नहीं बदला जा सका है।

तीन स्विमिंग पूल में से मात्र एक में है पानी की सुविधा

स्विमिंग पूल किस तरह बदहाल है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जाता है कि इसका पानी महीनों-महीनों नहीं बदला जाता है। पानी फिल्टर करनेवाली मशीन भी महीनों से खराब पड़ी है। पूल के पानी का टेंपरेचर मापनेवाली मशीन भी काम नहीं कर रही है। हालांकि, मेंटनेंस के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, फिर भी 35 करोड़ रुपए की लागत से बने स्विमिंग स्टेडियम की यह दुर्दशा है।

कहीं छीन न जाए एशियन स्विमिंग चैंपियनशिप की मेजबानी

स्विमिंग स्टेडियम का जो हाल है, वैसे में एशियन स्विमिंग चैंपियनशिप की मेजबानी पर भी खतरा मंडरा रहा है। अक्टूबर महीने में स्टेडियम का जायजा लेने के लिए इंटरनेशनल टीम आएगी। ऐसे में अगर स्टेडियम की व्यवस्था दुरूस्त नहीं हुई तो रांची से इसकी मेजबानी छीनी जा सकती है। ऐसे में समय रहते स्टेडियम के रख-रखाव के लिए कदम उठाने की जरूरत है।

Posted By: Inextlive