-दफ्तर में पांच से अधिक लोगों को प्रवेश नहीं

प्रदेश को अरबों रुपये का राजस्व देने वाले निबंधन कार्यालय को प्रदेश सरकार ने खोल दिया है। विभाग ने गुरुवार से शतरें के साथ कार्य तो शुरू कर दिया, लेकिन कोई भी रजिस्ट्री या अन्य विलेख पत्र लेकर पंजीकरण के लिए नहीं आया। इस प्रकार पहला दिन बिना किसी राजस्व प्राप्ति के गुजर गया। लॉकडाउन-2 जारी होते ही रजिस्ट्रेशन अनुभाग की प्रमुख सचिव वीना कुमारी ने सभी डीएम को 16 अप्रैल से निबंधन कार्यालयों को खोलने का आदेश दिया। आदेश में कार्यालयों को लेखपत्रों के पंजीकरण में 13 शतरें के साथ कार्य करने का आदेश दिया गया है। साथ ही केवल ई-स्टांप के माध्यम से ही स्टांप शुल्क स्वीकार होगा। भौतिक स्टांप (परंपरागत छपा हुआ) मान्य नहीं होगा। इतना ही नहीं नकद पंजीकरण शुल्क अदायगी प्रतिबंधित रहेगी। सभी शुल्क केवल आनलाइन ही स्वीकार होगा। इस दौरान बायोमैट्रिक मशीन पर अंगुलियों के निशान के पूर्व सैनिटाइजर से साफ करना होगा। आदेश में कहा गया है कि निबंधन विभाग चुकी जनता से सीधे जुड़ा रहता है इस कारण सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों का नियमित स्वास्थ्य चेकअप सुनिश्चित कराया जाएगा।

एआईजी स्टांप सुरेश कुमार तिवारी के अनुसार कार्यालय में शारीरिक दूरी के लिए आवश्यक निर्देश का पालन करना होगा। एक समय में क्त्रेता-विक्त्रेता, दस्तावेज लेखक, गवाह समेत पांच से अधिक लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सभी पहले से अप्वॉइंटमेंट लिए होंगे। इसके अलावा किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

Posted By: Inextlive