RANCHI : राजधानी के हर इलाके में जाम लग रहा है। लोग जाम में फंसकर घंटों समय भी बर्बाद कर रहे हैं। लेकिन इसमें सिटी के प्राइवेट हॉस्पिटलों का बड़ा रोल है। मेन रोड में हॉस्पिटल होने के बावजूद इनकी अपनी पार्किग नहीं है। इस वजह से ये लोग रोड पर ही गाडि़यों की पार्किग करा रहे हैं। इसका खामियाजा इन रोड से गुजरने वाली पब्लिक भुगत रही है। इसके बावजूद न तो ट्रैफिक पुलिस को ये चीजें दिखाई दे रही हैं और न ही रांची नगर निगम हॉस्पिटलों पर कोई कार्रवाई ही कर रहा है।

कैसे पास हुआ बिना पार्किग नक्शा

किसी भी बिल्डिंग का नक्शा पास कराने के लिए पूरा प्लान देना होता है। इसमें पार्किग से लेकर तमाम फैसिलिटीज की भी जानकारी दी जाती है। इसके आधार पर ही नक्शा पास होता है। लेकिन एक बड़ा सवाल है कि इन हॉस्पिटलों का नक्शा बिना पार्किग फैसिलिटी देखे कैसे पास हो गया।

सेंटेविटा हॉस्पिटल, नियर अल‌र्ब्ट एक्का चौक

बेड कैपासिटी : 70

पार्किग कैपासिटी : 15

हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या ठीक ठाक है। ऐसे में वहां परिजनों का आना जाना लगा रहता है। पार्किग में जगह नहीं होने के कारण हॉस्पिटल के सामने खाली जगह को ही पार्किग बना दिया गया है। जहां पर व्हाइटलाइन के पीछे ही दर्जनों गाडि़यां लगी रहती हैं। इस वजह से पैदल चलने वालों के लिए जगह ही नहीं बचती। वहीं गाडि़यों को भी पार कराने में पसीने छूट जाते हैं।

सैमफोर्ड हॉस्पिटल, कोकर चौक

बेड कैपासिटी : 200

पार्किग कैपासिटी 30

मेन रोड के किनारे और सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल होने के कारण मरीजों को यहीं लाया जाता है। इसके अलावा हाईटेक फैसिलिटी भी है। लेकिन पार्किग में लिमिटेड स्पेस है। जहां पर मैनेजमेंट व डॉक्टरों की गाडि़यां लगती हैं। इसके बाद परिजनों की गाडि़यों को रोड पर ही पार्क करा दिया जाता है, जिससे कि रोड के दोनों ओर स्पेस कम हो जाती है। वहीं पिक आवर में तो लंबा जाम लग जाता है।

ऑर्किड हॉस्पिटल, एचबी रोड

बेड कैपासिटी : 135

पार्किग कैपासिटी : 12

बिजी इलाके में हॉस्पिटल होने के बावजूद पार्किग के लिए स्पेस नहीं दिया गया। अधिकारियों और स्टाफ्स के टू व्हीलर से ही पार्किग फुल हो जाती है। ऐसे में हॉस्पिटल की एंबुलेंस, परिजनों की गाडि़यों को रोड पर ही पार्क कराया जाता है। वहीं पास से हर दिन प्रशासनिक अधिकारियों, ट्रैफिक पुलिस व नगर निगम के अधिकारी भी गुजरते हैं। लेकिन किसी का ध्यान इस ओर नहीं जाता।

आलम हॉस्पिटल, बरियातू

बेड कैपासिटी : 150

पार्किग कैपासिटी : 5

जेनरल हॉस्पिटल के साथ ही सुपरस्पेशियलिटी विंग भी यहां पर है। वहीं एक बड़ी आबादी के लिए यह एकमात्र हॉस्पिटल भी है। ऐसे में काफी संख्या में मरीज दूर-दराज से इलाज कराने के लिए आते हैं। लेकिन इतने बड़े हॉस्पिटल में पार्किग के लिए जगह ही नहीं है। लोग रोड किनारे ही जहां-तहां गाड़ी खड़ी कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive