RANCHI: पहाड़ी मंदिर कैंपस में पार्किंग नहीं, बीच रोड खड़ी है एसडीओ की गाड़ी। इतना ही नहीं, ऑन रोड पार्किंग करवाकर लोगों से चार्ज भी वसूला जा रहा है। जी हां, रविवार को पहाड़ी मंदिर समिति की अध्यक्ष सह रांची एसडीओ गरिमा सिंह पूजा करने मंदिर पहुंची, लेकिन मैडम की गाड़ी भी सड़क पर ही पार्क कर दी गई, जिसके कारण रोड से अन्य वाहनों को निकलने में परेशानी हुई। हालांकि, यह एक दिन का मामला नहीं है, बल्कि रांची के इस ऐतिहासिक मंदिर में बाबा भोलेनाथ को जलार्पण करने के लिए सालों भर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को अक्सर जाम से जूझना पड़ता है। फिलहाल, सावन का महीना चल रहा है और दूसरी सोमवारी के मौके पर तो 29 जुलाई को भगवान को जलार्पण करने के लिए श्रद्धालुओं का दिन भर तांता भी लगा रहेगा। आम लोगों की परेशानी से इनकार नहीं किया जा सकता। अब देखना है कि प्रशासन की वैकल्पिक व्यवस्था कितनी कारगर होती है। लेकिन, यहां पार्किंग तो बनती ही है।

विकास के नाम पर करोड़ों फूंके

दुर्भाग्य है कि जिस मंदिर के नाम पर करोड़ों रुपए पानी में बहा दिए गए वहां एक ढंग की पार्किंग भी नहीं है। जी हां, हाल के वर्षो में पहाड़ी मंदिर कैंपस में फ्लैग पोस्ट लगवाने से लेकर मुख्य मंदिर तक जाने के नाम पर करोड़ो रुपए फूंक दिए गए, जिसका नतीजा शून्य है। लेकिन, पब्लिक की सुविधा के लिए एक पार्किंग तक नहीं बन पाई। प्रशासन की ओर से पार्किंग बनवाने की दिशा में कोई पहल तक नहीं की गई है।

70 एकड़ में फैली है रांची पहाड़ी, आधी जमीन पर अतिक्रमण

रांची का ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर 70 एकड़ भूमि में फैला है। आधे से अधिक भूमि का अतिक्रमण कर लिया गया है, जहां लोग झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहते हैं। 2011 में मंदिर के विकास के नाम पर भूमि को अतिक्रमणमुक्त किया गया था। लेकिन कोई काम नहीं होने के कारण धीरे-धीरे यह फिर एक बार अतिक्रमण की चपेट में आ गया है। प्रशासन और नगर निगम दोनों इससे बेखबर है।

क्या कहते हैं श्रद्धालु

पार्किंग नहीं होने से बहुत दिक्कत होती है। गाड़ी खड़ा करने के लिए सोचना पड़ता है। साथ ही गाड़ी के चोरी होने का भी डर लगा रहता है।

-सोनू कुमार

मंदिर में पार्किंग की व्यवस्था तो होनी ही चाहिए। गाड़ी लगाने का निश्चित स्थान होने से मंदिर के पास गाडि़यां खड़ी नहीं होंगी जिससे श्रद्धालुओं को असुविधा भी नहीं होगी। मंदिर समिति के साथ-साथ प्रशासन को भी इस दिशा में पहल करनी चाहिए।

-अविनाश कुमार

मंदिर के पास ही दुकान लगाने वाले कन्हैया कुमार ने कहा कि

पार्किंग नहीं होने से बहुत परेशानी होती है। लोग दुकान के पास ही गाड़ी खड़ी कर देते है। दुकानदारी में भी चौपट हो जाती है।

-कन्हैया कुमार, दुकानदार

वर्जन

पहाड़ी मंदिर की भूमि को एनक्रोचमेंट फ्री करने के लिए नोटिस भेजा गया है। पहले जमीन को एनक्रोचमेंट फ्री करा लिया जाए, उसके बाद पार्किंग के बारे में सोचेंगे।

-गरिमा सिंह, पहाड़ी मंदिर समिति की अध्यक्ष सह रांची एसडीओ

पार्किंग को लेकर समिति भी चिंतित है। मंदिर के आगे स्टोरेज वाले एरिया को पार्किंग बनाने की दिशा में सोचा जा रहा है। जल्द ही एक प्रस्ताव तैयार कर प्रशासन को सौंपा जायेगा।

-मुकेश अग्रवाल, सदस्य, पहाड़ी मंदिर समिति

लड़के वसूलते हैं पार्किंग चार्ज

पहाड़ी मंदिर के समीप ही कुछ लड़के पार्किंग चार्ज भी वसूलते हैं, जहां श्रद्धालुओं के खड़े होने की जगह नहीं होती वहां गाडियों को पार्क करवा दिया जाता है। इससे गाड़ी लगाने और निकालने में भी परेशानी होती है।

क्या हो सकती है व्यवस्था

पहाड़ी मंदिर के प्रवेश द्वार से अंदर जाते ही दाई तरफ काफी जमीन है, जो खाली पड़ी है। देखरेख के अभाव में यहां बड़ी-बड़ी झाडियां उग आई हैं। समिति और प्रशासन चाहे तो इस स्थान को साफ करवाकर पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

Posted By: Inextlive