-सिटी की कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में नहीं हैं पार्किंग का इंतजाम, बेसमेंट से कमाया जा रहा है मुनाफा

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हाईकोर्ट ने रेजीडेंशियल एरिया में पार्किंग की व्यवस्था किए बगैर ही कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स, मल्टीस्टोरी बिल्डिंग व बिजनेस हब बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश है। आदेश में ऐसी तमाम कॉमर्शियल बिल्डिंग्स को सील करने को कहा गया है, जहां पर पार्किंग फैसिलिटी नहीं है। हार्ट ऑफ द सिटी सिविल लाइंस में ही एक नहीं बल्कि तीन दर्जन से अधिक ऐसे कॉमर्शियल प्लेस और बिल्डिंग हैं, जहां पार्किंग स्पेस अवेलेबल नहीं है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने रियलिटी चेक में जाने हालात

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ढेरों शॉप्स, पार्किंग नहीं

सरदार पटेल मार्ग पर विनायक सिटी सेंटर के बगल में ही डॉ। बजाज बिल्डिंग है। इसमें दो दर्जन से अधिक कंपनियों के शोरूम्स, आउटलेट और ऑफिसेस हैं। यहां तक कि बेसमेंट का भी कॉमर्शियल यूज किया जाता है। ढेरों दुकानें होने के बावजूद इस बिल्डंग में कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। मेन रोड से सटी इस बिल्डिंग में हर रोज बड़ी संख्या में लोग आते हैं। पार्किंग नहीं होने के चलते लोगों की गाडि़यां सड़क पर ही पार्क मिलीं।

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रेस्टोरेंट में भीड़, सड़क पर व्हीकल्स

इसी रोड पर डॉ। बजाज बिल्डिंग के पीछे एक ब्रांडेड भुजियावाला कंपनी का रेस्टोरेंट और आउटलेट स्थित है। यहां हर रोज सैकड़ों लोग आते हैं। बुधवार को भी आउटलेट में लोगों की जबर्दस्त भीड़ थी। लेकिन पार्किंग का इंतजाम न होने से व्हीकल्स सड़क पर ही खड़े थे। यहां बिल्डिंग में बेसमेंट होने के बावजूद पार्किंग नहीं बनाई गई है।

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बेसमेंट में स्टोर, गाडि़यां सड़क पर

रिपोर्टर एमजी रोड पर होटल मिलन के पास वाली रोड पर पहुंचा। यहां भी सड़क किनारे बनी बिल्डिंग में कई कंपनियों के आउटलेट्स हैं। इसमें एक ब्रांडेड नमकीन वाली कंपनी का भी आउटलेट है। बगल में ही एक मेगामार्ट भी है। लेकिन नमकीन कंपनी के आउटलेट और मेगामार्ट में आने वाले लोगों के लिए कहीं भी व्यवस्थित स्थायी पार्किंग की व्यवस्था नहीं दिखी। यहां आने वाले लोगों की गाडि़यां बगल वाली रोड पर पार्क की जा रही थी। बिल्डिंग के बेसमेंट में स्टोर रूम है।

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इंदिरा भवन के बेसमेंट में दुकानें

प्राइवेट कॉमर्शियल बिल्डिंगों में पार्किंग न होना तो आम बात है। यहां सुभाष चौराहे पर स्थित पीडीए द्वारा बनवाए मल्टीलेवल कॉमर्शियल बिल्डिंग इंदिरा भवन में ही पार्किंग नहीं है। इंदिरा भवन दो हिस्सों में बंटा है, एक हिस्से में ऑफिसेस हैं। वहीं दूसरे हिस्से में मोबाइल, लैपटॉप से लेकर अन्य इलेक्ट्रानिक प्रोडक्ट की सैकड़ों दुकानें हैं। ऑफिसेस के लिए तो बेसमेंट में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। वहीं कॉमर्शियल हिस्से के बेसमेंट में दुकानें बनाकर उठा दी गई हैं।

कॉमर्शियल बिल्डिंगों में पार्किंग की व्यवस्था करना अनिवार्य किया गया है। इसको लेकर कार्रवाई भी होती है। हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही सख्त कदम उठाते हुए हाईकोर्ट के आदेश का पूरी तरह से पालन कराया जाएगा। प्लानिंग तैयार की जा रही है।

-दयानंद प्रसाद

सचिव, पीडीए

Posted By: Inextlive