-नवरात्र शुरू, लेकिन शहर में खराब रोड्स पर अब तक नहीं कराई गई पैचिंग

- पूजा पंडालों में दर्शन करने को गड्ढायुक्त सड़कों से गुजरेंगे श्रद्धालु

VARANASI

नवरात्र शुरू हो गया है। प्रशासन ने सड़क, बिजली, पानी से लेकर सड़कों को दुरुस्त करा लिए जाने का दावा कर रखा है। मगर हकीकत इसके एकदम विपरीत है। अकेले सड़कों की ही बात करें तो आस्था की राह में श्रद्धालुओं की कराह निकलनी तय है। क्योंकि नवरात्र से पहले तमाम सड़कों की पैचिंग ही नहीं कराई गई। इससे इन गड्ढायुक्त सड़कों पर चलना दूभर हो रहा है। शासन-प्रशासन के सख्त फरमान के बाद भी न तो पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर्स चेते और न ही नगर निगम के अफसर। लिहाजा शहर की कई छोटी-बड़ी सड़कें और गलियां अब भी बदहाल स्थिति में ही हैं। अब ऐसे में पूजा पंडालों में दर्शन-पूजन करने के लिए आस्थावानों को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।

अफसर नहीं मानते फरमान

पिछले दिनों अफसरों के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने रोड्स को दुरुस्त करने और पूजा पंडालों के आसपास सफाई, प्रकाश आदि की मुकम्मल व्यवस्था करने की सख्त ताकीद की थी। तीन दिन पहले राज्यमंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी ने अफसरों के साथ निरीक्षण भी किया। कमिश्नर दीपक अग्रवाल विकास कार्यो की लगातार समीक्षा कर रहे हैं, लेकिन पीडब्ल्यूडी के अफसर शायद 'सरकार' का फरमान नहीं मानते।

खोदाई ने परेशानी बढ़ाई

शहर की कई सड़कें पहले से खराब थीं। इस बीच, यूपी जलनिगम की पेयजल और गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाइयों ने जगह-जगह पाइप व सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदाई कराने के बाद गड्ढों में मिट्टी भरकर छोड़ दिया। रोड्स की पैचिंग नहीं कराई गई। इससे असमतल सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा है। साथ ही उड़ती धूल सेहत को नुकसान पहुंचा रही है।

पटरियों को खोदकर दिया छोड़

पीडब्ल्यूडी ने तमाम सड़कों पर पटरियां खोदकर छोड़ दीं। इससे पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। गड्ढायुक्त पटरियां होने से वाहन चालक उसमें गिरकर हादसे का शिकार हो रहे हैं। इसके बाद भी विभाग नहीं चेत रहा है। विभागीय अफसरों के मुताबिक सड़कों और पटरियों को मिलाकर ब्लैक कलर का करना है। इसके चलते पटरियों को खोदकर उनकी इंटरलाकिंग निकाल दी गई है और उसमें गिट्टियां भरी गई हैं। जब सम्बंधित रोड का निर्माण पूरा हो जाएगा, तभी पटरियां भी बन पाएंगी।

कछुआ चाल से चल रहा निर्माण

दरअसल, राज्य सड़क सुरक्षा निधि से शहर की 15 प्रमुख सड़कों का 75 करोड़ से कायाकल्प करने की कवायद मई से चल रही है, लेकिन पांच महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद भी एक भी सड़क का इंड टू इंड निर्माण नहीं कराया जा सका है। तमाम सड़कों को आधा-अधूरा बनाकर छोड़ दिया गया है। विभाग के पास बजट भी है, लेकिन निर्माण पर 'ब्रेक' लगा हुअा है।

इन रोड्स पर बढ़ी दिक्कत

- सिगरा-महमूरगंज मार्ग

- रथयात्रा-महमूरगंज मार्ग

- कैंट-सिगरा मार्ग

- लहरतारा चौराहा

- सिगरा-कमच्छा मार्ग

- अस्सी-गोदौलिया मार्ग

- चौकाघाट-संस्कृत यूनिवर्सिटी

- नई सड़क-गिरजाघर मार्ग

- चांदपुर-मंडुआडीह मार्ग

- पांडेयपुर चौराहा के आसपास

एक नजर

250

से ज्यादा पूजा पंडाल बन रहे हैं सिटी में

465

पंडाल सजेंगे डिस्ट्रिक्ट में

10

प्रमुख सड़कों पर हैं गड्ढे

10

अक्टूबर से पहले बननी थीं रोड्स

वर्जन--

सड़कों पर पैचिंग का काम चल रहा है। दिन में ट्रैफिक की वजह से दिक्कत होती है, लिहाजा रात में पूजा पंडालों के आसपास की सड़कों का मेंटीनेंस कराया जा रहा है। कई सड़कों पर गड्ढे भरे भी जा चुके हैं।

आरआर गंगवार, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी

नगर निगम छोटी सड़कों और गलियों की मरम्मत करा रहा है। पूजा व रामलीला समितियों की मांग पर प्राथमिकता के आधार पर कई रोड्स बन भी चुकी हैं।

अजय कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive