भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कहा कि वित्तीय नुकसान का सामना करने के बावजूद खिलाड़ियों की फीस में कटौती नहीं की जाएगी। बोर्ड ने कहा कि यह सबसे आखिरी विकल्प है।

नई दिल्ली, भारत (एएनआई) दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बॉडी के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने शुक्रवार को कहा कि अब बोर्ड इंडियन प्रीमियर लीग सहित क्रिकेट गतिविधियों के निलंबन के कारण वित्तीय नुकसान का सामना करने के बावजूद खिलाड़ियों की फीस में कटौती करने पर चर्चा नहीं कर रहा है। धूमल ने कहा कि खिलाड़ियों के वेतन में कटौती आखिरी चीज होगी। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के फैलने के कारण देश में मार्च से क्रिकेट को निलंबित कर दिया गया है। धूमल ने अपने बयान में कहा, 'हम अभी वेतन कटौती पर चर्चा नहीं कर रहे हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि वित्तीय संकट के बावजूद हम इस पर काबू पा सकेंगे। लेकिन हां आईपीएल बीसीसीआई के लिए एक बड़ा राजस्व नुकसान होगा, जब कोई स्थिति आती है तो हम इसके बारे में सोचेंगे लेकिन यह आखिरी चीज होगी। उस स्थिति में, हम खिलाड़ियों की फीस में कटौती के संदर्भ में सहारा लेंगे।'

अन्य राजस्व योजनाओं की तलाश करेगा बीसीसीआई

हालांकि, कोषाध्यक्ष ने स्वीकार किया कि बोर्ड जहां भी संभव हो लागत-कटौती लागू करेगा और नुकसान की भरपाई के लिए अधिक राजस्व योजनाओं की तलाश करेगा। धूमल ने कहा, 'हम जो कुछ भी खर्च कर सकते हैं या जो भी बचत कर सकते हैं, हम उसी पर काम कर रहे हैं। यह एक सतत प्रक्रिया है और यह केवल महामारी से पहले शुरू हुई है। हम उस पर काम कर रहे हैं। हम अपनी लागत को कम करेंगे और कुछ अन्य राजस्व योजना को देखेंगे।' वहीं, बीसीसीआई राजस्व घाटे को दूर करने के लिए अपने कर्मचारियों के खर्च में कटौती करेगा। धूमल ने कहा, 'अब तक, खिलाड़ियों के बारे में कुछ भी नहीं सोचा गया है। लेकिन कर्मचारियों या अधिकारियों पर होने वाले खर्च के बारे हम सोच रहे हैं और हम जहां भी बेकार खर्चों को काट कर बचत कर सकते हैं, उस पर काम कर रहे हैं। जहां कहीं भी कटौती की संभावना है, वह यात्रा से संबंधित हो, आवास हो, कर्मचारियों से संबंधित हो तो उन सभी चीजों पर ध्यान दिया जाएगा।

Posted By: Mukul Kumar