- एसआरएन हॉस्पिटल प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

- सभी मरीजों को नहीं मिलेगी दवा, भर्ती मरीजों को शुरू के 24 घंटे ही फ्री में मिलेगी दवा

एसआरएन हॉस्पिटल प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

- सभी मरीजों को नहीं मिलेगी दवा, भर्ती मरीजों को शुरू के ख्ब् घंटे ही फ्री में मिलेगी दवा

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: दवाओं की कमी से जूझ रहे एसआरएन हॉस्पिटल के मरीजों को बड़ा झटका लगने वाला है। हॉस्पिटल प्रशासन ने दवाओं के वितरण को लेकर नई एडवाइजरी जारी कर दी है। दवाओं का स्टाक आने के बाद इसका पालन शुरू कर दिया जाएगा। इसके तहत हॉस्पिटल आने वाले मरीजों को सभी दवाएं दिया जाना जरूरी नहीं होगा। साथ ही भर्ती मरीजों को भी शुरुआती ख्ब् घंटे ही फ्री दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके बाद परिस्थितियों के मुताबिक फैसला लिया जाएगा।

जल्द लागू होंगे नियम

पीजीआई और एम्स की तर्ज पर अब एसआरएन हॉस्पिटल में भी मरीजों को दवाएं उपलब्ध कराने संबंधी एडवाइजरी जारी कर दी गई है। इसके तहत अगर कोई मरीज भर्ती होता है तो शुरुआती ख्ब् घंटे ही उसे फ्री दवाएं दी जाएंगी। इस दौरान मान लिया जाएगा कि उसके परिजन मौजूद नहीं है। इसके बाद श्रेणी के हिसाब से उसे दवाएं दी जाएंगी। अगर मरीज कैंसर, एचआईवी, अंध निवारण, बीपीएल कार्ड धारक, लावारिस या मजबूर है तो तभी उसे फ्री दवाएं मिलेंगी। अन्यथा परिजनों को इलाज के लिए बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ेंगी।

ओपीडी में भी होगा नियमों का पालन

इंडोर मरीजों की तरह आउटडोर मरीजों को भी एडवाइजरी का सामना करना पड़ेगा। इसके तहत ओपीडी में डॉक्टरों के पास काउंटर पर मौजूद दवाओं की लिस्ट मौजूद रहेगी। अगर मरीज के इलाज के लिए यह दवाएं काफी हैं तो मिल जाएंगी। अन्यथा डॉक्टर जरूरत के मुताबिक बाहर से खरीदने की सलाह दे सकता है। हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि रूल्स के मुताबिक प्रदेश के किसी भी मेडिकल कॉलेज को फ्री दवाएं उपलब्ध कराने का प्रावधान नहीं किया गया है। इसी एडवाइजरी को लागू किया जा रहा है। जबकि, अभी तक हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर सभी मरीजों को फ्री दवाएं उपलब्ध कराने का दबाव था।

क्या करें कम है बजट

एडवाइजरी जारी करने के सवाल पर एसआरएन हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि सरकार की ओर से सालाना महज तीन करोड़ रुपए का बजट मिलता है। इसमें मरीजों के लिए आक्सीजन और दूसरे रसायन की खरीद फरोख्त करनी पड़ती। दवाओं के लिए मुश्किल से साठ से सत्तर लाख रुपए ही बचते हैं। ऐसे में मरीजों को सालभर दवाएं देना असंभव होता है। इसको लेकर चारों ओर हो-हल्ला भी मचता है। अधिक बजट की मांग करने पर भी सरकार सुनवाई नहीं कर रही। ऐसे में एडवाइजरी जारी करना जरूरी है। हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से लागू करने के लिए एडवाइजरी सभी विभागों के एचओडी को भेज दी गई है।

- हमारी ओर से दवाओं को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी गई है। एम्स और पीजीआई की तर्ज पर ही मरीजों को अब हॉस्पिटल में दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

डॉ। मंगल सिंह, एसआईसी, एसआरएन हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive