RANCHI: सोलर एनर्जी से अब रिम्स जगमग होगा। इसके लिए रिम्स के रूफ टॉप पर ज्रेडा ने सोलर प्लेट इंस्टाल किया है। जिसमें करीब भ् करोड़ रुपए की लागत आई है। इससे ब्00 किलोवाट बिजली का प्रोडक्शन होगा। साथ ही रिम्स को चार लाख रुपए बिजली बिल की भी बचत होगी। इतना ही नहीं सोलर पैनल से एक्स्ट्रा पावर प्रोडक्शन की स्थिति में बिजली ग्रिड को सप्लाई कर दी जाएगी। इससे ग्रिड को भी बिजली मिल जाएगी और रिम्स में पावरकट की समस्या भी नहीं होगी। ज्रेडा के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर श्रीराम सिंह ने बताया कि फिलहाल इमरजेंसी वाली जगहों पर सप्लाई दी गई है। जैसे-जैसे उन्हें डिपार्टमेंट में सप्लाई करने को कहा जाएगा कनेक्शन कर दिया जाएगा।

चार घंटे का बैकअप

सोलर एनर्जी से जब रिम्स में पावर प्रोडक्शन होगा तो इसके लिए बैटरी भी इंस्टाल की गई है। इसमें बिजली से भी चार्जिग की फैसिलिटी होगी। अगर कभी रिम्स में बारिश और पावर कट की स्थिति आएगी तो इस कंडिशन में भी बैट्री से पूरे हास्पिटल में बिना प्राब्लम के चार घंटे पावर सप्लाई होगी। इससे आपरेशन टालने वाली स्थिति और टेस्ट में देरी वाली समस्या से लोगों को नहीं जूझना पड़ेगा।

रिम्स ग्रिड को बेचेगा बिजली

जरूरत से अधिक पावर प्रोडक्शन होने पर रिम्स ग्रिड को बिजली बेचेगा। इसके लिए रिम्स को ग्रिड की ओर से कोई भुगतान नहीं किया जाएगा। इसके बदले वह बिजली बिल से कटौती करेगा। ऐसे में अब रिम्स को अलग से बिजली का बिल देने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी।

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अगले हफ्ते रिम्स को कई सौगात मिलेंगी

रिम्स को अगले हफ्ते कई सौगात मिलने वाली है, जिसका उद्घाटन राज्य के सीएम रघुवर दास करेंगे। ऐसे में रिम्स के डायरेक्टर डॉ। बीएल शेरवाल ने शनिवार को रिम्स का इंस्पेक्शन किया और अधिकारियों को दो दिनों के अंदर व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया। वहीं कुछ अधिकारियों को फटकार भी लगाई। पूछा कि आखिर उन्हें किस काम के लिए रखा गया है। जवाब में अधिकारियों ने जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कहीं। इसके बाद उन्होंने ज्रेडा के अधिकारियों से भी सोलर प्लांट के बारे में जानकारी ली। इसमें ज्रेडा के अधिकारियों ने बताया कि ब्00 किलोवाट तक उनके प्लांट से सप्लाई होगी। ऐसे में जरूरत के हिसाब से हास्पिटल के डिपार्टमेंट में सप्लाई की जा सकती है।

Posted By: Inextlive