जमशेदपुर: जमशेदपुर शहर को डे-जीरो जोन में शामिल होने के बाद भी सरकारी महकमे में वाटर रीचार्ज मैनेजमेंट के प्रति जागरुकता नहीं दिखाई दे रही है. वाटर हारवेस्टिंग के लिए हाल में हुए एक सर्वे में वाटर मैनेजमेंट करने वाले शहरों में जमशेदपुर को 17वीं रैंक मिली हैं, वाटर मैनेजमेंट की दिशा में यही हाल रहा तो आने वाले समय में स्थित और भयावह हो सकती है. शहर में वाटर रिचार्जिग के प्रति सरकारी महकमें भी उदासीन तरीके से काम कर रहे है. शहर में बनी 90 प्रशित सरकारी कार्यालयों में वाटर हारवेस्टिंग टैंक ही नहीं बनाया गया है. बताते चले कि शहर में पीने के पानी के लिए स्वर्णरेखा नदी और डिमना लेक से कच्चा पानी लिया जाता है. शहर के भूमिगत जल में आर्सेनिक और फ्लोराइड की मात्रा अधिक होने से पीने योग्य नहीं है. ऐसे में शहर के नगर निगमों द्वारा वाटर हारवेस्टिंग के प्रति हार्ड नियम न होने से लोग पालन नहीं कर रहे है.

नगर निगम में नहीं कोई नियम

मानगो नगर निगम कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि मानगो नगर पालिका में वाटर हारवेस्टिंग को लेकर कोई अनिवार्यता न होने से नियम का पालन नहीं हो पा रहा है. नक्शा निर्माण में विभाग वाटर हारवेस्टिंग टैंक बनाया जाता है, लेकिन कठोर कानून और कार्यवाही न होने से लोग टैंक निर्माण नहीं कराते है. वहीं जुगसलाई और जमशेदपुर नोटिफाइड ऐरिया से शहर के एक सैकड़ा संस्थानों को टैंक न बनाने के चलते नोटिस जारी कर टैंक निर्माण करने का आदेश दिया गया था. इस सूची में शहर के बड़े होटल स्कूल और अन्य बड़े नाम शामिल है. इस संस्थानों में कार्यवाही न होने से इनके हौसले बुलंद है. वाटर हारवेस्टिंग का कोई कठोर नियम न होने से अधिकारी भी ज्यादा दबाव नहीं डालते है.

लोगों को होना होगा जागरुक

शहर में वाटर हारवेस्टिंग रीचार्ज के लिए शहर के लोगों को जागरुक होना होगा. शहर में पानी की समस्या को देखते हुए लोगों को वाटर रीचार्ज के लिए खुद को और अन्य लोगों को प्रेरित करना होगा. घर के निर्माण के समय ही टैंक बनाकर अधिक से अधिक पानी को टैंक में उतारा जा सकता है, इसी साफ पानी का प्रयोग कपड़े धोने के साथ ही अन्य कामों के लिए दुबारा किया जा सकता है. शहर में जुस्को को छोड़कर तीनों अक्षेस में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट न होने से नालों का पानी भी ट्रीट नहीं हो पा रहा है, जिससे बड़ी मात्रा में पानी का दुबारा उपयोग नहीं हो पा रहा है.

वर्जन

वाटर हारवेस्टिंग टैंक बनाना प्रत्येक घर के लिए अनिवार्य है, नक्शा निर्माण के समय ही टैंक बनाना अनिवार्य है, अगर कोई संस्थान इसका पालन नहीं कर रहा है तो संबंधित अधिकारियों को आदेश देकर इसकी जांच कराई जाएगी, टैंक न बनाने वाले मकान मालिकों पर कार्रवाई होगी

चंदन कुमार, एसडीओ, धालभूमगढ़ जमशेदपुर

Posted By: Kishor Kumar