-कैंट स्टेशन से मेट्रो सिटीज को जाने वाली ट्रेंस में समाप्त नहीं हो रहा वेटिंग

-भीड़ के चलते कंफर्म टिकट मिलना हुआ मुश्किल

VARANASI: अब छुट्टी बाद ही आप छुट्टी मना पाएंगे। उसके पहले कोई चांस नहीं है। परेशान हो गए न ऊपर की लाइन पढ़कर। यह महज शब्दों का जोड़ नहीं बल्कि तल्ख हकीकत है। समर वैकेशन के दौरान घूमने फिरने का प्लैन बनाए लोगों को ट्रेन में कंफर्म टिकट ही नहीं मिल पाया। लांग रूट की लगभग सभी ट्रेंस इस दौरान फुल हैं। ये ट्रेंस जुलाई में ही खाली हो रही हैं। तब तक समर वैकेशन समाप्त हो चुका है। ऐसे में यदि आप कहीं आउटिंग करना चाहते हैं तो छुट्टी बाद प्लैन बना सकते हैं।

एक सीट का संकट

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, सूरत, राजस्थान व साउथ की ओर जाने वाली ट्रेन्स में सीट्स के लिए मारामारी हो रही है। इनमें कंफर्म टिकट नहीं मिल पा रहा है। यह मारामारी कब की खत्म हो गयी होती यदि समर वैकेशन के दौरान घर आए सभी लोग समय से वापस लौट गए होते पर वो समय से वापस लौट ही नहीं पाए। इसका असर अब वैकेशन खत्म होने के बाद तक दिखायी दे रहा है। सिचुएशन यह कि कैंट स्टेशन से लॉन्ग डिस्टेंस की लगभग सभी ट्रेंस में अब भी लंबी वेटिंग चल रही है। जबकि हर साल जून सेकेंड वीक तक ट्रेन्स में भीड़ खत्म हो जाया करती थी। लेकिन इस बार स्थिति ठीक इसके विपरीत है। जिसका खामियाजा ट्रेंस में इस समय जर्नी करने वाले पैसेंजर्स को भुगतना पड़ रहा है।

खत्म नहीं हो रही लंबी वेटिंग

समर वैकेशन खत्म होते-होते कैंट से लंबी दूरी की ओर जाने वाली ट्रेन्स में वेटिंग कम हो जाया करती थी। लेकिन इस बार प्रेशर इतना कि अभी तक यहां से मेट्रो सिटीज को जाने वाली ट्रेंस में लंबी वेटिंग नीचे खिसकने का नाम नहीं ले रहा है। कैंट से लंबी दूरी के लिए जाने वाली शायद ही कोई ऐसी ट्रेन होगी जिसमें लंबी वेटिंग व रिग्रेट जैसी स्थिति न हो। सभी में दो से ढाई सौ तक की वेटिंग आम बात है। इनमें नई दिल्ली की ओर जाने वाली शिवगंगा, काशी विश्वनाथ, गरीब रथ हो या मुंबई की ओर जाने वाली महानगरी, बनारस-दादर सुपर फास्ट एक्सपे्रस व कामायनी, रत्‍‌नागिरी हो सबका हाल सेम है। इसके अलावा कोलकाता, सूरत, राजस्थान, पंजाब व साउथ इंडिया की ओर जाने वाली ट्रेंस का भी यही हाल है। इनमें कंफर्म टिकट नसीब नहीं है।

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समर वैकेशन पर घर आए लोग वापस लौट रहे हैं। जिसके चलते ट्रेंस में भीड़ है। यह प्रेशर जून लास्ट तक कम हो जाने की उम्मीद है।

अश्वनी श्रीवास्तव, सीनियर डीसीएम, लखनऊ डिवीजन

घबराइये नहीं समर वैकेशन का कोई नया शेड्यूल जारी नहीं होने जा रहा है। बल्कि स्कूल ओपेन होने का जो शेड्यूल है वही रहेगा। लगभग एक महीने हो गया है तो वेडिंग सीजन भी अभी पीक पर नहीं है फिर भी ट्रेन्स ठसाठस दौड़ रही हैं। उनमें लंबी लंबी वेटिंग चल रही है। कई दिनों तक चक्कर काटने के बाद भी लोगों को कंफर्म टिकट नहीं मिल पा रहा है। बहुत सारे लोग वेटिंग टिकट पर जर्नी करने को मजबूर हैं। बिना सीजन के ट्रेन्स क्यों फुल हैं? इसका जवाब रेलवे ऑफिसर्स के पास भी नहीं है। उनका कहना है कि फेस्टिवल सीजन और आगे एक के बाद एक शादियों की डेट भीड़ की वजह हो सकता है।

Posted By: Inextlive