आगरा। बरहन में बैंक डकैती के बाद भी न तो पुलिस और न ही बैंक प्रबंधन ने कोई सबक लिया। गुरुवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शहर के विभिन्न बैंकों में सुरक्षा व्यवस्था की पड़ताल की तो चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई। बैंकों से गार्ड नदारद थे। एटीएम पर भी सुरक्षा व्यवस्था लचर थी।

सिंडिकेट बैंक से गायब मिला गार्ड

खंदारी स्थित भागीरथी मार्ग पर सिंडिकेट बैंक की ब्रांच है। मार्केट में फ‌र्स्ट फ्लोर पर स्थित बैंक में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई इंतजाम नहीं मिले। दोपहर करीब एक बजे जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम पहुंची तो बैंक परिसर के गेट पर गार्ड गायब था।

गार्ड नहीं था तैनात

खंदारी के हनुमान मंदिर चौराहे पर केनरा बैंक की ब्रांच है। रोज सैकड़ों की संख्या में लोगों का यहां आना-जाना लगा रहता है। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था से यहां भी खिलवाड़ किया जा रहा है। बैंक के गेट पर ड्यूटी देने वाला गार्ड अंदर केबिन में बैठा मिला। वह चर्चा में व्यस्त था। बैंक में आने वाले लोगों की ओर उसका कोई ध्यान नहीं था।

की जा रही अनदेखी

सिकंदरा स्थित भावना एस्टेट में एसबीआई की ब्रांच है। शहर के पॉश एरिया में शुमार इस क्षेत्र में भी बैंक प्रबंधन द्वारा सुरक्षा को लेकर अनदेखी की जा रही है। कोई भी बदमाश बेखौफ होकर बैंक में एंट्री ले सकता है, चूंकि गेट पर गार्ड तैनात नहीं है।

सफाईकर्मी के हवाले एटीएम

सिर्फ बैंक ही नहीं, बल्कि एटीएम को लेकर भी लापरवाही बरती जा रहीं हैं। डॉ। असोफा हॉस्पिटल के पास स्थित सेंट्रल बैंक के एटीएम पर सफाईकर्मी खड़ा मिला। पूछताछ पर सफाईकर्मी ने बताया कि हॉस्पिटल की महिला मैनेजर ने उसको एटीएम की देखभाल करने के लिए कहा है। क्योंकि एटीएम पर कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है।

पुलिस ने सीसीटीवी लगाने की दी हिदायत

सुरक्षा के लिहाज से तत्कालीन एसपी सिटी कुंवर अनुपम सिंह द्वारा अंदर ही नहीं, बल्कि बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगाने की हिदायत दी गई थी। जिससे किसी भी अनहोनी के बाद बदमाशों का सुराग जल्द लगाया जा सके और बैंक की सुरक्षा भी पुख्ता हो सके। लेकिन, अधिकांश बैंकों में यह देखने को मिला है कि कैमरे बैंक की दहलीज तक सिमटे हैं। बाहर से आने-जाने वालों तक कैमरों की पहुंच नहीं होती।

शाम ढलते ही होते हैं शटर बंद

पूर्व में जब बैंक प्रबंधन द्वारा एटीएम की सुरक्षा को लेकर गंभीरता नहीं बरती गई तो पुलिस ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया था। जिन एटीएम पर सुरक्षा गार्ड नहीं मिलता था वहां रात होते ही पुलिसकर्मियों द्वारा शटर गिराकर ताला लगा दिया जाता था। अब भी रात में कई एटीएम के शटर गिरा दिए जाते हैं।

महंगा पड़ता है सुरक्षा गार्ड

जानकार बताते हैं कि हर बैंक प्रबंधन बैंक संपत्ति और एटीएम का बीमा कराता है। एक वर्ष में बीमा के प्रीमियम से कही ज्यादा गार्ड लगाने का खर्च आता है। इसलिए प्रबंधन प्रत्येक शाखा में सुरक्षाकर्मी रखने को तैयार नहीं रहता। मुख्य शाखाओं में सुरक्षाकर्मी लगा लेते हैं।

सिटी में बैंक

300

एटीएम

650

बैंक और एटीएम में सुरक्षा के लिहाज से प्रबंधकों के साथ बैठक कर गाइडलाइन जारी की गई हैं। शहर में करीब 300 बैंक हैं। सभी को सुरक्षा के लिहाज से चिह्नित किया गया है। एक बार फिर जिम्मेदार अधिकारियों के साथ मीटिंग कर बैंक में सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा गार्ड रखने की हिदायत दी जाएगी। इसके साथ ही पुलिस को अपने क्षेत्रों में ऐसे प्वाइंटस को नोट कर प्रॉपर चेक करने के निर्देश दिए हैं। पेट्रोलिंग करने के लिए कहा है।

रोहन पी बोत्रे, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive