राजर्षि टंडन यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट के भविष्य अधर में

पीजी डीजेएमसी में हो गया पेपर, कोर्स में नहीं है सब्जेक्ट

Meerut। राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी में पीजी लेवल के स्टूडेंट का पेपर हो गया है, लेकिन रिजल्ट अधूरे रह गए है। दरअसल यूनिवर्सिटी से पीजी डीजेएमसी का कोर्स करने वाले स्टूडेंट ने 09 कोड का पेपर भरा था। जो फार्म भरते समय तो भरा गया, संबंधित बुक्स भी स्टूडेंट को मिली, पेपर भी हो गया , लेकिन जब रिजल्ट आया तो उस सब्जेक्ट के नम्बर हीं नहीं जुड़े हुए थे, साथ ही स्टूडेंट के रिजल्ट अधूरे होने की बात भी मा‌र्क्सशीट में लिखी आ रही है, ऐसे में स्टूडेंट्स के रिजल्ट तो अधूरे है ही इसके साथ ही उनका आगे एडमिशन भी नहीं हो पा रहा है।

ये था मामला

दरअसल अभी दिसम्बर में यूनिवर्सिटी संबंधित पीजी डीजेएमसी कोर्स में कोड नम्बर 09 का एसडब्ल्यू का एग्जाम स्टूडेंट का हुआ था। संबंधित एडमिशन भी हुआ था। इसकी बुक्स भ्ीा यूनिवर्सिटी स्तर पर स्टूडेंट को पढ़ाई के लिए उपलब्ध करवाई गई थी। दिसम्बर में एग्जाम भी हो गया है। लेकिन जब इसका रिजल्ट आया तो उसमें मार्कशीट अधूरी आई है, इस सब्जेकट के नम्बर ही नहीं जुड़े हुए है। ऐसे में स्टूडेंट्स ने इसके बारे में यूनिवर्सिटी से बात की तो उनको सही करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन अभी तक मार्कशीट सही नही हो पाई है ऐसे में स्टूडेंट परेशान है।

बैक पेपर का दे रहे हवाला

अब जब स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी से इस बारे में पूछा तो उनका कहना है कि ये गलत सब्जेक्ट भरा है कोर्स में तो ये सब्जेक्ट है ही नही। स्टूडेंट ने गलती से ये कोड भर दिया है, इसलिए इसका रिजल्ट नहीं निकलेगा और सभी को बैक पेपर देना होगा जो दूसरे सब्जेक्ट का लिया जाएगा, जो सही सब्जेक्ट है। इससे संबंधित दो हजार से अधिक स्टूडेंट परेशान है।

बन रहा है बड़ा सवाल

जब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट ने इस कोर्स में एडमिशन लिया था तो ये सब्जेक्ट ऑनलाइन भरा था। ऐसे में संबंधित सेंटर या यूनिवर्सिटी में वैरिफिकेशन किया जाता है, तो क्या वैरिफिकेशन के समय सब्जेक्ट को सही क्यों नही करवाया गया। वहीं अगर ये सब्जेक्ट कोर्स में नहीं था तो ऐसे में यूनिवर्सिटी स्तर से स्टूडेंट को बुक्स पढ़ने के लिए क्यों उपलब्ध करवाई गई, जबकि यूनिवर्सिटी स्तर से सब्जेक्ट सहीं करवाना चाहिए व सही कोर्स की बुक्स देनी चाहिए थी। अब स्टूडेंट का समय बैक पेपर देने में खराब होगा और उनके रिजल्ट में बैक का जिक्र भी होगा।

हमारा कोर्स जब हमने फार्म भरा तो ये सब्जेक्ट उसमें शो कर रहा था इसलिए भरा था। एडमिट कार्ड दिया गया तो उसमें ये कोर्स लिखा आया था। तो केवल रिजल्ट में सब्जेक्ट क्यों नहीं है,

अनुराधा

एडमिट कार्ड में भी ये सब्जेक्ट लिखा आया था। जब रिजल्ट आया तो कोई दूसरा सब्जेक्ट लिखा था और उसमें एब्सेंट आई है, ये तो गलत है।

पायल

अगर गलत कोर्स भरा था तो यूनिवर्सिटी स्तर से वेरिफिकेशन सहीं होना चाहिए, रिजल्ट के समय ही ये दिक्कत क्यो हैं।

शिवानी

फार्म ऑनलाइन भरे जाते है, मेरठ में केवल सेंटर है, सेंटर का कोई फाल्ट नहीं है, इसको लेकर इलाहबाद में सीधा यूनिवर्सिटी से बात की जा सकती है, यहां तो केवल परीक्षा होती है।

डॉ। पूनम , रीजनल ऑफिसर, राजर्षि टंडन मेरठ, इस्माईल कॉलेज

Posted By: Inextlive