PATNA : शहर के सीनियर और जूनियर ऑफिसर्स भी अपनी गाड़ी से ब्लैक शीशा को हटवा रहे हैं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद ऐसे शीशे का इस्तेमाल पूरी तरह से गलत है. पकड़े जाने पर छह सौ रुपए फाइन भी किया जाएगा.


रुकेगा नहीं यह अभियान
डीटीओ दिनेश कुमार राय नेबताया कि इस अभियान को अभी रोका नहीं जाएगा। पिछले पांच दिनों में ब्लैक शीशा लगी गाडिय़ों से अब तक 25 हजार रुपए से ऊपर फाइन वसूला गया है.

70 परसेंट विजिबिलीटी चाहिए
डीटीओ दिनेश कुमार राय ने बताया कि ब्लैक शीशा लगाने से पहले लोगों को इसकी जानकारी नहीं रहती है। इससे वो पूरा ब्लैक लगा लेते हैं, जबकि गाड़ी के सामने और पीछे के शीशे की विजिबिलीटी सत्तर परसेंट होनी चाहिए। साथ ही विन्डो के पास से 50 परसेंट की विजिबिलीटी होनी चाहिए। लेकिन मैक्सिमम गाडिय़ों में लगे शीशे पूरा ब्लैक होते हैं। जानकारी हो कि सुप्रीम कोर्ट ने ब्लैक शीशे को हटाने का आदेश दिया था.

Posted By: Inextlive